
वाराणसी: छठ पर्व के दौरान गंगा के तटों पर उमड़ने वाली लाखों की भीड़ संग श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सरकार ने व्यापक प्रबंध किए हैं. अस्ताचलगामी एवं उदय होने वाले सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के लिए लाखों व्रतियों के बीच 11 एनडीआरएफ बटालियन की टीमें गंगा घाटों, सरोवरों और कुंडों पर तैनात रहेंगी. ये टीमें आवश्यक सुरक्षा उपकरण, वॉटर एम्बुलेंस, गोताखोरों तथा अन्य बचाव साधनों से लैस रहेगी , ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल सहायता प्रदान की जा सके.
डीआईजी ने दी जानकारी

इस संबंध में एनडीआरएफ 11वीं बटालियन के डीआईजी मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि खासकर बनारस में गंगा तटों पर हमारी टीमें पूरी तरह सतर्क रहेंगी. इसके अलावा बनारस रेल इंजन कारखाना (बीएलडब्ल्यू) स्थित सूर्य सरोवर में भी टीमें तैनात की गई हैं. वहीं चंदौली जिले में भी एनडीआरएफ की इकाइयां सक्रिय रहेंगी. इस दौरान वाहिनी मुख्यालय में 24 घंटे जवान तैनात रेहेंगे, जो आसपास के क्षेत्रों में किसी भी संकट से निपटने को मुस्तैद हैं.
एनडीआरएफ की 11 टीम इन जगहों पर किए गए हैं तैनात
छठ पूजना के दौरान व्रतियों की सुरक्षा एवं चिकित्सकीय सहायता तत्काल की जा सके इसके लिए एनडीआरएफ की 11 टीम गंगा घाटों एवं सरोवरों पर सक्रिय रूप से मौजूद रहेंगी. वाराणसी में गंगा, बीएलडब्लू और चंदौली में कुल 7 टीम तैनात रहेंगी. प्रत्येक टीम में 30 प्रशिक्षित एनडीआरएफ कर्मी शामिल हैं. जरुरत पड़ने पर टीम बढ़ाई भी जा सकती है.
रेस्क्यू मोटर बोट, वॉटर एम्बुलेंस करती रहेगी चक्रमण
डीआईजी की माने तो छठ पूजा के दौरान गंगा व सरोवरों में तैनात सभी टीमों को आवश्यक जीवन रक्षक उपकरणों जैसे रेस्क्यू मोटर बोट, वॉटर एम्बुलेंस, लाइफ जैकेट, लाइफ बॉय, गोताखोर, पैरामेडिकल स्टाफ, ऑक्सीजन सिलेंडर एवं अन्य बचाव सामग्रियों से लैस किया गया है. इस दौरान खासकर गंगा में रेस्क्यू मोटर बोट, वॉटर एम्बुलेंस लगातार चक्रमण करती रहेगी.





