वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि आवारा कुत्तों को सड़कों से हटाकर संरक्षित किया जाए. नगरीय क्षेत्रों में नगर निगम और ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायतें इस जिम्मेदारी को निभाएंगी. सीएम ने यह भी कहा कि गोवंश सड़कों पर न दिखें और उनकी मृत्यु होने पर सम्मानपूर्वक निस्तारण किया जाए.
वायरल वीडियो
पहली घटना : दो बहनों पर हमला
25 अगस्त 2025
स्थान : पत्थर गली, हौज़ कटरा, श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर के पास
स्कूल से लौट रही दो बहनों पर अचानक चार आवारा कुत्ते टूट पड़े. पहली बच्ची किसी तरह भाग निकली, लेकिन दूसरी बच्ची जमीन पर गिर गई और कुत्तों ने उसके पैर, माथे और होठ पर गहरे घाव कर दिए.
खून से लथपथ बच्ची को स्थानीय लोगों ने बचाया और दोनों को कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां उन्हें एंटी-रेबीज़ इंजेक्शन दिए गए.
दूसरी घटना : बाइक पर बैठे बच्चे पर हमला
27 अगस्त 2025
उसी गली में एक और हमला हुआ. इस बार दो कुत्तों ने बाइक पर बैठे बच्चे को काट लिया.
यह दृश्य पास के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
सीसीटीवी फुटेज ने बढ़ाई दहशत
दोनों घटनाओं के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहें है .
स्थानीय लोगों कि शिकायत
इलाके में 15–20 आवारा कुत्ते घूमते रहते हैं.
स्थानीय लोगों ने बताया कि नगर निगम से बार-बार शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई.
अभिभावक और बच्चो में डर का माहौल, श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए भी यह क्षेत्र बेहद संवेदनशील है, ऐसे में सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं.
लोगों की प्रतिक्रिया और चिंता
सुबह टहलने वाले, बच्चे और राहगीर सभी दहशत में हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते कार्रवाई होती तो यह हादसा टल सकता था. लोगों ने प्रशासन से तत्काल धरपकड़ और नियंत्रण अभियान चलाने की मांग की है.
गंभीर जनसुरक्षा का मुद्दा
वाराणसी में बच्चों पर कुत्तों के हमले और उनका सीसीटीवी में कैद होना इस बात का संकेत है कि आवारा कुत्तों की समस्या अब सिर्फ असुविधा नहीं, बल्कि गंभीर जनसुरक्षा का मुद्दा बन चुकी है, नगर निगम पर सवाल उठ रहे हैं.