वाराणसी : पवित्र भाद्रपद माह के अवसर पर आज वाराणसी के प्राचीन लोलार्क कुंड में स्नान पर्व आयोजित हो रहा है . हजारों वर्षों से चली आ रही इस परंपरा में हर साल लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं . इस बार भी श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन ने सुरक्षा और सफाई के पुख्ता इंतज़ाम किए हैं .
सुरक्षा पर कड़ा पहरा..
भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस और पीएसी की अतिरिक्त तैनाती की गई है . चारों ओर बैरिकेडिंग की गई है और अलग-अलग प्रवेश व निकास मार्ग बनाए गए हैं . महिला श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बड़ी संख्या में महिला पुलिसकर्मी मौजूद हैं . साथ ही, सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है .
सफाई और स्वास्थ्य सुविधाएं..
नगर निगम ने स्नान से पहले पूरे कुंड और उसके आसपास विशेष सफाई अभियान चलाया है . श्रद्धालुओं के लिए अस्थाई शौचालय, पीने के पानी और मेडिकल कैंप की व्यवस्था की गई है . स्वास्थ्य विभाग की टीमें किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार हैं .
धार्मिक महत्व और मान्यता..
लोलार्क कुंड वाराणसी के सबसे प्राचीन और पवित्र कुंडों में से एक माना जाता है. मान्यता है कि यहां स्नान करने से संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है और पिछले जन्मों के पापों से मुक्ति मिलती है . इसी वजह से विशेषकर निःसंतान दंपति यहां आस्था की डुबकी लगाने आते हैं . धार्मिक ग्रंथों में भी लोलार्क कुंड का उल्लेख मिलता है, जो इसे आध्यात्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से विशेष बनाता है .
उमड़ा लाखों श्रद्धालु..
सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ कुंड पर जुटनी शुरू हो गई है .अनुमान है कि दिनभर में दो लाख से ज्यादा दंपती स्नान करेंगे. श्रद्धालु इस स्नान को जीवन का पुण्य अवसर मानते हैं और पूरी श्रद्धा के साथ भगवान सूर्यदेव की आराधना करते हैं .