
वाराणसी - प्रतिबंधित कोडीन युक्त कफ सिरप कांड में ईडी की एंट्री हो चुकी है.अरबों रुपये के इस अवैध कारोबार के सरगना और मुख्य आरोपित शुभम जायसवाल और उसके पिता भोला जायसवाल की सम्पति की जांच प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने तेज कर दी है. मनी लांड्रिंग मामले में प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद ईडी की दो टीम बुधवार को एक साथ शुभम जायसवाल के मकान पर धमकी. वाराणसी के आदमपुर थाना क्षेत्र के प्रहलाद घाट स्थित कायस्थ टोला मकान में बाहर से ताला बंद होने के कारण टीम ने नोटिस चस्पा की कार्रवाई की. वहीं दूसरी टीम ने सिगरा थाना क्षेत्र के बादशाह बाग स्थित मकान पर छापेमारी की. ईडी आरोपित शुभम जायसवाल और उसके माता, पिता समेत रिश्तेदारों की संपत्ति का भी ब्योरा खंगाल रही है. बादशाह बाग कॉलोनी वाले घर पर टीम को शुभम की मां मिलीं, जिन्हें पूछताछ के बाद नोटिस थमाया गया. ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू करते हुए पैन, आधार, बैंक अकाउंट और कंपनियों की डिटेल मांगी है.

इन जिलों में शुभम के खिलाफ दर्ज है प्राथमिकी
शुभजायसवाल के तस्करी का नेटवर्क प्रदेश में ही नहीं आपितु दूसरे राज्यों में भी रहा है. सोनभद्र, जौनपुर, वाराणसी, गाजियाबाद, चंदौली समेत अन्य जनपदों में भी शुभम जायसवाल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज है. पिता भोला प्रसाद को सोनभद्र पुलिस ने कोलकाता के दमदम एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था. ट्रांजिट रिमांड पर लेकर एसआईटी भोला से पूछताछ करेगी. भोला भी दुबई भागने के फिराक में एयरपोर्ट पर पहुंचा था. गिरफ्तारी के दौरान भोला ने पुलिस को बताया कि शुभम दुबई में है. शुभम के खिलाफ प्रत्यर्पण को लेकर कार्रवाई चल रही है.
अजय राय बोले - कफ सिरप के आरोपित की वीवीआईपी खातिरदारी

कफ सीरप प्रकरण के चर्चा में आने के बाद से ही इससे जुड़ी कड़ियों को लेकर पुलिस सक्रिय है. प्रदेश और प्रदेश से बाहर तक कार्रवाई कर अरबों के इस कफ सीरप कांड को लेकर रोज हो रही कार्रवाई सुर्खियों में है. वहीं इसी मामले में आरोपित बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह को लेकर पुलिस और सरकार पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने बड़ा हमला बोला हैं. अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर उन्होंने सरकार और पुलिस पर कटाक्ष किया है. उन्होंने लिखा है कि - "कफ सिरप कांड के मास्टरमाइंड बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह को एसटीएफ गिरफ्तारी के बाद “दामाद” जैसी VVIP ट्रीटमेंट…! बाइक चोरी जैसी मामूली घटनाओं पर यूपी पुलिस तुरंत लंगड़ा कर देती है, लेकिन हज़ारों ज़िंदगियाँ बर्बाद करने वाले को ऐसा सम्मान क्यों? स्पष्ट है, भाजपा से जुड़े होने का फायदा उसे खुलकर मिल रहा है, तभी इतनी शर्मनाक मेहमाननवाजी हो रही है. जनता मरती रहे, और सत्ता के संरक्षण वाले अपराधी रिमांड में भी फूलों की सेज पर! ये न्याय नहीं, योगी का संरक्षण मॉडल हैं."
अपने पोस्ट के जरिए उन्होंने सरकार को भी कठघरे में में खड़ा करते हुए आरोपितों पर सत्ता पक्ष के संरक्षण का आरोप लगाया है. उनके पोस्ट पर तमाम लोगों ने टिप्पणियां दर्ज कर इस प्रकरण को लेकर अपनी बात रखी है. हालांकि आरोपों को लेकर इस पोस्ट से संबंधित पुलिस की ओर से कोई बयान नहीं आया है। इस संबंध में आरोपित का वीडियो भी उन्होंने पोस्ट किया है




