वाराणसी: पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में शुक्रवार को भी बनारस के बिजली कर्मचारियों का आंदोलन जारी रहा. विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले कर्मचारी लगातार 268 वें दिन अपने-अपने कार्यालयों पर प्रदर्शन करते रहे.
कर्मचारियों का कहना है कि निजीकरण लागू होने पर करीब 76,500 सरकारी कर्मियों की नौकरी खतरे में पड़ जाएगी. उन्होंने स्पष्ट किया कि उपभोक्ताओं की बढ़ती समस्याओं का समाधान करना उनकी पहली प्राथमिकता है, लेकिन साथ ही अपने अधिकारों की लड़ाई भी पूरी मजबूती से जारी रखेंगे.
संघर्ष समिति ने दोहराया कि उनका नारा है – “सेवा भी करेंगे और हक भी लेंगे.”
इस मौके पर अंकुर पांडेय, रोहित कुमार, पंकज यादव, यमुना सिंह, नन्हें कुमार, सरोज भूषण, रमेश कुमार, पीएन चक्रधारी, विशाल कुमार, अरुण कुमार, मनोज यादव, बृजेश यादव, सन्नी कुमार, दयाशंकर सिंह, अभिषेक सिंह, अरुण सिंह, धनपाल सिंह और विकास सहित कई कर्मचारियों ने अपने विचार रखे.