
वाराणसी - जंसा थाना क्षेत्र के उदय अर्पित अस्पताल के संचालक उदय वर्मा से एक करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में आरोपित सचिन कुमार सिंह को जंसा पुलिस और क्राइम ब्रांच ने मुंबई के मांटुगा रोड स्थित वेस्टर्न रेलवे कॉलोनी से गिरफ्तार किया. ट्रांजिस्ट रिमांड के जरिए बुधवार को उसे वाराणसी के कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया. जंसा के दीनदासपुर का सचिन कुमार सिंह कुख्यात अपराधी मनीष सिंह का भाई है. सचिन आठ साल पूर्व रंगदारी के मुकदमे में सिगरा थाने से जेल भी जा चुका है.
जंसा थानाध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि चौकी इंचार्ज पवन कुमार यादव, एसआई पवन यादव और क्राइम ब्रांच प्रभारी गौरव सिंह ने सर्विलांस के आधार पर आरोपित सचिन कुमार सिंह को मुंबई से गिरफ्तार किया. जंसा थाना क्षेत्र के जलालपुर निवासी उदय वर्मा ने 28 जुलाई को जंसा थाने में रंगदारी का केस दर्ज कराया था.

रंगदारी न देने पर अंजाम भुगतने की दी थी धमकी
अस्पताल संचालक पीड़ित उदय ने पुलिस को बताया कि वाट्सएप कॉल करके एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई है. रंगदारी नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी गई. सर्विलांस के आधार पर टीम ने छानबीन शुरू की. इस बीच भनक लगी कि रंगदारी मांगने का आरोपित मुंबई के मांटुगा रोड स्थित वेस्टर्न रेलवे कॉलोनी में रह रहा है. आरोपित कुख्यात अपराधी मनीष सिंह जंसा का भाई है.
मनीष की अपराधिक कुंडली
जंसा के दीनदासपुर के रहने वाले मनीष सिंह ने युवावस्था में ही अपराध का दामन थाम लिया था. 30 जून 2001 में फिल्म अभिनेत्री मनीषा कोइराला के सचिव अजीत देवानी की रंगदारी नहीं देने पर हत्या कर दी थी. इस हत्या में शूटर के तौर पर मनीष सिंह का नाम सामने आया था.
मनीष सिंह ने 21 अप्रैल 2007 को सैम्स के निदेशक आरके सिंह की रथयात्रा स्थित एक लॉन के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी थी. मनीष को अहमदाबाद पुलिस ने चार साल पहले महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया था.




