
Himachal Government: हिमाचल प्रदेश के मंडी से बीजेपी सांसद बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत इन दिनों मनाली के अपने रेस्टोरेंट की कम हुई बिक्री से परेशान चल रही हैं. अभिनेत्री कंगना रनौत का विरोध जनता के बीच देखने को मिला. सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में ये साफ देखा जा सकता है कि कंगना रनौत वापस जाओ के नारे जोर-जोर से लग रहे हैं. यह विरोध हिमाचल के टूरिस्ट स्पॉट मनाली में हुआ है. इस विरोध की वजह ये है कि, बीजेपी की मंडी सांसद बारिश से प्रभावित मनाली दौरे पर गई थी.

कंगना बोली- मेरा दर्द भी समझों
दरअसल, बीते 25 और 26 अगस्त को भारी बारिश के चलते कुल्लू और मनाली में कई जगहों पर भूस्खलन, बाढ के चलते नदीयों का बहाव काफी तेज हो गया. जिससे एक बहुमंजिला होटल और 4 दुकाने पानी के तेज बहाव में बह गई थी. जिससे ब्यास नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे और मनाली-लेह हाईवे के कई हिस्से बह गए थे. कुल्लू शहर, बस स्टैंड और बिंदु ढांक को जोड़ने वाली मनाली की राइट बैंक रोड को भी भारी नुकसान पहुंचा. इस तबाही के मंजर से बिखर चुके बाढ़ पीड़ितों ने अपनी आपबीती सांसद कंगना को सुनाई, जिसका सहारा बनने के बजाय उल्टा कंगना ही उनसे अपने दुखड़े रोने लगी.

गौरतलब है कि सांसद कंगना रनौत मंडी आपदा के बाद मनाली दौरे पर पहुंची थी. इसी दौरान उन्होंने आपदा प्रभावितों से मुलाकात की, जहां आपदा पीड़ितों का हाल जानते ही उन्होंने अपना रोना-गाना शुरू कर दिया. जहां अपनी व्यथा बताते हुए कहा, "मैं भी हिमाचली हूं और यहीं की रहने वाली हूं. लोग मुझसे सहायता मांगने आते हैं, लेकिन मेरा दर्द भी समझो. मैं एक सिंगल वुमन हूं. मेरे रेस्तरां की सेल सिर्फ ₹50 है और खर्च ₹15 लाख. केंद्र सरकार ने आपदा के लिए ₹10,000 दिए हैं."

कंगना के इसी बयानों के चलते वहां के स्थानीय लोगों ने कंगना गो बैक के नारे जमकर नारे लगाए. इतना ही नहीं कंगना को काले झंडे तक दिखाए गये. स्थिति ऐसी रही कि कंगना के खिलाफ लोगों का फुटा गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा था, गनीमत रही कि कंगना के साथ मौजूद पुलिस ने मौर्चा संभाला. हालांकि, इन विरोध का सामना करने के बाद भी कंगना ने बाढ़ जैसी आपदा से प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया.

मनाली में आपदा प्रभावित लोगों से कंगना ने कहा कि केंद्र सरकार हिमाचल प्रदेश की भरपूर मदद कर रही हैं. लेकिन हिमाचल सरकार उस पैसे का दुरुपयोग कर रही हैं. अब तक 10 हजार करोड़ की मदद केंद्र सरकार ने की. आने वाले समय में और भी मदद करेगी. वहीं इस घटनाक्रम से ये पता चलता है कि एक तरफ़ जहां कंगना राजनीति में नई पारी की शुरुआत कर रही हैं, वहीं उन्हें अपने व्यवसाय से जुड़ी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है. वहीं कंगना का अपने क्षेत्र में पहली बार ये रवैया सामने नहीं आया है, इससे पहले भी वो कई बार आलोचनाओं का शिकार बन चुकी है.





