
Bihar Assembly Elections: बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी हुई है. लेकिन इसी बीच लालू परिवार को एक बड़ा झटका लगा है. आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव के सिर पर मुश्किलों का साया मंडराने लगा हैं. जी हां, आज सोमवार को IRCTC होटल भ्रष्टाचार मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सुनवाई की, जहां लालू यादव पर आरोप तय किए हैं. लालू के अलावा उनकी पत्नी राबड़ी देवी और पुत्र तेजस्वी यादव के खिलाफ भी धोखाधड़ी और आपराधिक षड्यंत्र रचने का आरोप लगा है. कोर्ट का यह फैसला ऐसे समय पर आया है जब बिहार चुनाव काफी करीब है. ऐसे में माना ये जा रहा है कि चुनाव में लालू परिवार के लिए ये मसला अड़चन बन सकता है.

IRCTC मामले में राउड एवेन्यू कोर्ट में आज लालू, राबड़ी और तेजस्वी की पेशी हुई. इस दौरान इन तीन लोगों के साथ-साथ सभी 14 आरोपितों पर भी भष्ट्राचार के आरोप तय किये गए जबकि लैंड फॉर जॉब मामले की सुनवाई 10 नवंबर तक के लिए टाल दी गई है. हालांकि, कोर्ट ने सुनवाई के दौरान लालू परिवार से पूछा की क्या आप खुद को दोषी मानते हैं या मुकदमे का सामना करेंगे ? जिस पर इन्होंने खुद को दोषी मानने से इनकार करते हुए कहा कि वे मुकदमे का सामना करेंगे और इसे चुनौती भी देंगे.

दरअसल, यह मामला रांची और पुरी स्थित दो आइआरसीटीसी (IRCTC) होटलों के टेंडर आवंटन में भ्रष्टाचार से जुड़ा है, जब लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए उन पर इस तरह के आरोप लगे हैं. इस आरोप में ये बताया गया है कि, होटल आवंटन के बदले में लालू परिवार को लाभ पहुंचाने के लिए जमीनों की सौदेबाजी की गई थी.

बता दें, 1990 से 1997 तक वे बिहार के मुख्यमंत्री रहे, जिसके बाद उन्हें 2004 से 2009 तक केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन यानि (यूपीए) सरकार में रेल मंत्री का कार्यभार सौंपा गया. आरोप है कि रेल मंत्री के पद का फायदा उठाते हुए लालू प्रसाद यादव ने बिहार के लोगो को मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर, हाजीपुर में ग्रुप डी पोस्ट के लिए नौकरी दी. इसके एवज में नौकरी पाने वाले लोगों से लालू ने उनसे मोटी रकम के साथ-साथ जमीने भी हड़पने का काम किया.




