
Lucknow News: कमाई में मुनाफा हर कोई चाहता है, पर लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ करके मुनाफा पाना किसी को बर्दाश्त नहीं होगा. हम बात कर रहे हैं लखनऊ के मशहूर दुबग्गा सब्जी मंडी की, जहां काफी लंबे समय से एक दुकानदार सफेद आलू को लाल रंग में रंगकर उसे अधिक दामों में बेचने का काम करता था. इसकी भनक लगते ही खाद्घ और औषधि (एफएसडीए) की टीम ने सोमवार को छापेमारी की. इस छापेमारी की कार्रवाई में 46 (छियालीस) बोरी आलू जब्तह कर जांच टीम बड़ी कार्रवाई में जुटी हुई है.

मामले की जांच में जुटे एफएसडीए की टीम ये पता लगाने में लगी है कि आलू रंगने के लिए किस केमिकल का इस्तेटमाल किया जा रहा था, जिसके लिए बरामद आलू के नमूने को जांच के लिए लैब भेजा गया है. वहीं सहायक खाद्य आयुक्त विजय प्रताप सिंह ने बताया कि, इस धोखाधड़ी मामले को गंभीरता से लेते हुए कई सब्जी मंडियों में छापा मारा गया. इस दौरान मुनीर अहमद की दुकान से आलू का नमूना फौरी तौर पर चेक किया गया, जिसमें रंग की पुष्टि होने पर वहां का पूरा स्टॉक सीज कर दिया गया.

जांच टीम ने सब्जी व्यापारी मुनीर के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की. उसे नोटिस जारी करते हुए उसकी दुकान बंद करवा दी गई है. बताया जा रहा है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद व्यापारी मुनीर के खिलाफ केस दर्ज करके उसके खिलाफ सख्त कदम उठाया जाएगा. इसके अलावा एफएसडीए की जांच टीम ने कहा कि छापेमारी की ये कार्रवाई कोई पहली बार नहीं, बल्कि पहले भी प्रदेश के कई जिलों में इस तरह के आलू जब्त किए गए हैं.

विभाग ने बताया कि आलू को रंगने में अमूमन रेड-40 नाम की डाई का इस्तेमाल होता है. रिसर्च के मुताबिक, रेड-40 के कण शरीर के अंदर जाकर कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी पैदा करने के कारक बनते हैं.




