
वाराणसीः चौबेपुर पुलिस ने स्वर्वेद महामंदिर ट्रस्ट में हुए करोड़ों रुपये के गबन के मामले में फरार चल रहे आरोपी आर्यन जायसवाल को रविवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. आर्यन के खिलाफ ट्रस्ट की धनराशि को कूटरचित तरीके से ट्रांसफर करने का आरोप था. उसने विवेक नामक कर्मचारी के साथ मिलकर जाली बैंक पर्चियाँ तैयार कर स्वर्वेद महामंदिर ट्रस्ट के खाते से कई करोड़ रुपये विभिन्न खातों में ट्रांसफर किए थे.
कई और लोग शामिल हो सकते हैं इस फर्जीवाड़ा में

पुलिस अब आर्यन की गिरफ्तारी के बाद ट्रस्ट के धन के ट्रांसफर किए जाने के मामले में इसमें शामिल अन्य लोगों की भी जांच कर रही जो इस फर्जीवाड़ा में शामिल रहे हैं. पुलिस को आशंका है कि जांच से इस गिरोह में और भी लोगों की भूमिका उजागर हो सकती है. स्थानीय पुलिस की माने तो आर्थिक अपराध से जुड़े ऐसे मामलों में डिजिटल ट्रेल, बैंक रिकॉर्ड और फोन कॉल डिटेल्स की जांच लगातार जारी है.
सुनियोजित तरीके से किया था फर्जीवाड़ा
दूसरी ओर गिरफ्त में आए आर्यन जायसवाल के खिलाफ दर्ज गंभीर धाराएं आर्थिक अपराध और विश्वासघात से संबंधित हैं जिसने कूटरचित बैंक पर्ची बनाकर ट्रस्ट से करोड़ों रुपये ट्रांसफर किए गए थे. यह फर्जीवाड़ा सुनियोजित तरीके से किया गया, जिसके चलते ट्रस्ट के वित्तीय लेन-देन पर बड़ा सवाल उठा था.
मुख्य आरोपी विवेक कुमार हो चुका है गिरफ्तार
बता दें कि इसी मामले में पुलिस ने 07 अक्टूबर 2025 को मुख्य आरोपी विवेक कुमार को गिरफ्तार किया था. विवेक की गिरफ्तारी के बाद से ही पुलिस आर्यन की तलाश में लगी थी जो फरार हो गया था. पूछताछ में आर्यन ने स्वीकार किया कि उसके खाते में भी अवैध राशि भेजी गई थी जिससे लालचवश उसने उस पैसे को अपने पास रख लिया था.




