
Bihar: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं. जैसे -जैसे चुनाव करीब आ रहा है सभी दलों की धड़कनें तेज होती जा रही हैं. इसे लेकर राजनीतिक पार्टियों के बीच धुंआधार चुनाव-प्रचार भी तेज हो गया है. सभी दल अपनी-अपनी पार्टी की जीत के लिए चुनावी रण में हुंकार भरने उतर चुके हैं. जहां हर पार्टी अपने चुनाव प्रचार में नौकरी,पलायन, बिहारी, अस्मिता जैसे मुद्दों को जोरों-शोरों से उठा रही हैं. लेकिन, हाल ही में हुए दुलारचंद हत्याकांड मामले में अनंत सिंह की हुई गिरफ्तारी के चलते कानून व्यवस्था एक बड़ा मुद्दा बना हुआ हैं.

इस मुद्दे के सहारे सत्ता पक्ष और विपक्ष एक-दूजे पर हमलावर है. अक्सर ये राजनीतिक पार्टियां मिर्च-मसालों से भरे किसी मुद्दे की तलाश में रहती है, ताकि इसी के सहारे वो अपनी चुनावी नईयां को पार लगा सके. हूबहू जनसुराज पार्टी के मुखिया प्रशांत किशोर भी उन्हीं नेताओं में से एक है, जो अपने मृतक समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के बाद से चर्चाओं में छाए हुए हैं. सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें ये साफ नजर आ रहा कि, इस हत्याकांड से सभी यादव समुदाय एकजुट होते नजर आ रहे हैं. इसका साइड इफेक्ट भी हर किसी के सामने है. बिहार चुनाव के लिए जनसुराज चुनाव-प्रचार करने सड़कों पर उतर चुकी है.

ताजा मामला मुजफ्फरपुर के कुढ़नी में जैसे ही प्रशांत किशोर का काफिला पहुंचा, वहीं की जनता ने ये कहते हुए जसुपा के मुखिया का स्वागत किया कि दुलारचंद यादव का मर्डर हुआ है, वो अमर रहे. उनके हत्या के दौरान प्रशांत किशोर वहां नहीं गए, लेकिन यहां चुनाव प्रचार करने आए हैं. सिर्फ इसलिए की प्रचार उन्हें बिहार चुनाव में जीत दिलाएगा, पर बिहार की जनता बड़ी ही समझदार है वो जसुपा के मुखिया का कारनामे के बारे में सब कुछ जानती है, ये काफी सोचने वाली बात है कि प्रशांत किशोर के समर्थक होने के बाद भी दुलारचंद की हत्या कर दी गई.

आखिर कैसे, कहीं ना कहीं जसुपा की लापरवाही हुई है. जनता के इस आक्रोश को देखते हुए प्रशांत किशोर ने उन्हें ये कहकर समझाने की कोशिश की है कि दुलारचंद की शहादत को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा. इस शहादत का एहसान ये पार्टी कुछ भी करके चुकाएगी. फिलहाल, कुढ़नी जिले में लोगों का गुस्सा देख जन सुराज काफी हैरान रह गई, जहां उसने अब अपने कार्यकर्ताओं को अब आगे से सतर्क रहने की हिदायत भी दी है.




