
Sharad Purnima: शरद पूर्णिमा का पर्व इस साल 6 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा. इस दिन को धार्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन चंद्रमा सोलह कलाओं से परिपूर्ण होते हैं और चंद्रमा की किरणों से इस दिन अमृत बरसता है. इसीलिए चंद्रमा की रोशनी में इस दिन खीर रखने से और फिर इसे ग्रहण करने से आरोग्य की प्राप्ति होती है. चांदनी रात की खीर खाने से लोगों की कष्ट दूर होते है साथ ही वो हर बीमारी से भी वो निरोग रहते है. तो चलिए आज आपको बता दें कि, चंद्रमा की रोशनी में आपको खीर कब रखनी चाहिए.

आपको बता दें कि साल 2025 में शरद पूर्णिमा के दिन भद्रा का साया भी रहने वाला है. भद्रा काल में कोई भी मांगलिक कार्य करना शुभ नहीं माना जाता. लेकिन भद्रा काल का ये साया 6 अक्टूबर की रात्रि 10 बजकर 53 मिनट तक रहेगा. इसलिए भद्रा काल की समाप्ति होने के बाद से ही आपको चंद्रमा की रोशनी में खीर रखनी की रश्मों-रिवाजों को निभाना चाहिए. हालांकि, शरद पूर्णिमा के दिन भद्रा का विचार नहीं किया जाता है, पर फिर भी खीर को शुभ समय में चंद्रमा की रोशनी में रखने से आपको ज्यादा शुभ परिणाम मिलता हैं. क्योंकि पूर्णिमा की रात में चंद्रमा की शक्तियां दोगनी हो जाती हैं.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शरद पूर्णिमा पर खीर को चंद्रमा की रोशनी में रखने के बाद से इसे ग्रहण घर के हर सदस्य को करना चाहिए. क्योंकि चांदनी रात में रखने से इस खीर में अमृत की वर्षा होती है. जिसे खाने से हर किसी को आरोग्य की प्राप्ति होती है, साथ ही अध्यात्मिक बल भी आपको प्राप्त होता है.




