
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर जहाँ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूरे देश में सेवा कार्यों और उत्सवों का आयोजन किया, वहीं वाराणसी में समाजवादी पार्टी (सपा) ने इस दिन को अलग ही अंदाज़ में मनाया. चेतगंज क्षेत्र में सपा कार्यकर्ताओं ने इसे ‘बेरोजगारी दिवस’ घोषित करते हुए दाना भुनकर विरोध प्रदर्शन किया.

बेरोजगारी और महंगाई पर सरकार को घेरा
चेतगंज में एकत्रित सपा कार्यकर्ताओं ने बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों पर केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा किया. कार्यक्रम का नेतृत्व अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के महानगर अध्यक्ष एवं सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ‘विश्वकर्मा’ ने किया.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर बेरोजगारी दिवस मनाकर हम युवाओं की पीड़ा और देश की हकीकत सामने लाना चाहते हैं.
“रोजगार मिले बिना विकास के दावे खोखले”
विष्णु शर्मा ने जोर देते हुए कहा,
“जब तक युवाओं को रोजगार नहीं मिलेगा, तब तक सरकार के विकास के दावे खोखले ही रहेंगे. आज देश का युवा बेरोजगारी से त्रस्त है और किसान कर्ज़ में डूबे हुए हैं.”
हाथों में तख्तियां और गूंजे नारे
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं और युवाओं ने हाथों में तख्तियां थाम रखी थीं, जिन पर लिखा था –
साथ ही नारेबाजी भी होती रही –
सपा के प्रदेश सचिव राजू यादव ने कहा कि सरकारी नौकरियों पर रोक, भर्ती परीक्षाओं में धांधली और पेपर लीक जैसी घटनाओं ने लाखों युवाओं का भविष्य अंधकारमय कर दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि महंगाई ने आम लोगों की कमर तोड़ दी है, लेकिन सरकार चुप्पी साधे हुए है.
भाजपा को दी नसीहत
सपा नेताओं ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा को प्रधानमंत्री के जन्मदिवस के मौके पर “भव्य उत्सव” मनाने के बजाय युवाओं को शिक्षा और रोजगार उपलब्ध कराने का संकल्प लेना चाहिए.
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग हुए शामिल
विरोध प्रदर्शन में सपा के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। इनमें प्रदेश सचिव राजू यादव, पूर्व महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा विश्वकर्मा, पार्षद भईया लाल यादव, विकास यादव बच्चा, संदीप यादव, पूर्व मीडिया प्रभारी संदीप शर्मा, शुभम सेठ गोलू समेत विभिन्न प्रकोष्ठों के पदाधिकारी, कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल रहे. यह विरोध प्रदर्शन वाराणसी में खासा चर्चा का विषय बना रहा, जहाँ भाजपा उत्सव मना रही थी, वहीं समाजवादियों ने दाना भुनकर “बेरोजगारी दिवस” मना कर सरकार को आईना दिखाने का प्रयास किया.





