
वाराणसी - नगर निगम ने शहर की अंधेरी गलियों को रोशन करने के लिए बड़ा कदम उठाया है. नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल के निर्देश पर अब पूरे शहर में ‘वन वार्ड वन गैंग’ योजना लागू कर दी गई है. इसके तहत हर वार्ड में एक समर्पित तकनीकी टीम तैनात की गई है, जिसमें लाइनमैन, हेल्पर और इलेक्ट्रिशियन शामिल हैं.
यह टीम अपने-अपने वार्ड की स्ट्रीट लाइट्स का दैनिक निरीक्षण करेगी और शाम-रात में फील्ड में रहकर खराब लाइट्स की मरम्मत करेगी. सबसे बड़ी बात यह है कि अब कोई भी शिकायत आने पर स्ट्रीट लाइट की मरम्मत अधिकतम 24 घंटे में अनिवार्य रूप से करनी होगी. विशेष परिस्थितियों में 48 घंटे की छूट होगी.
उपकरणों से लैस रहेगी टीम
टीम के पास बल्ब, चोक, टाइमर, एमसीबी, वायरिंग सामग्री सहित सभी जरूरी उपकरण उपलब्ध रहेंगे. मरम्मत के दौरान सेफ्टी बेल्ट, आटो कटआफ, सीढ़ी और इंडिकेटर जैसे सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल अनिवार्य किया गया है. तकनीकी मानकों का पूर्ण पालन सुनिश्चित करना होगा.
नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार प्रत्येक गैंग रोजाना अपनी रिपोर्ट जोनल कार्यालय, विद्युत विभाग और मुख्य नियंत्रण कक्ष को भेजेगी. खराब पड़ी स्ट्रीट लाइट्स की संख्या का रोजाना अपडेट भी किया जाएगा. इस पूरी व्यवस्था की सतत निगरानी जोनल अधिकारी और विद्युत विभाग मिलकर करेंगे.

5 वर्ष तक के 5,27,562 बच्चों को “दो बूंद जिंदगी की”
पल्स पोलियो अभियान की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को विकास भवन सभागार में जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) प्रखर कुमार सिंह ने की. जनपद में 14 दिसंबर से पल्स पोलियो विशेष अभियान की शुरुआत हो रही है, जिसके तहत 5 वर्ष तक के 5,27,562 बच्चों को “दो बूंद जिंदगी की” पिलाई जाएगी. सीडीओ ने संबंधित विभागों से जनपद की कार्ययोजना की जानकारी ली और निर्देश दिया कि लक्षित सभी बच्चों तक पोलियो की खुराक अवश्य पहुंचाई जाए. उन्होंने कहा कि अभियान में तैनात सभी कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाए तथा बीमार या प्रतिरोधी परिवारों के बच्चों को भी चिन्हित कर दवा दी जाए. उन्होंने स्पष्ट किया कि अभियान में किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि पोलियो अभियान छह दिन तक चलेगा। 14 दिसंबर को बूथ दिवस पर जिले में स्थापित 1811 बूथों पर बच्चों को दवा पिलाई जाएगी. घर-घर जाकर टीकाकरण के लिए 1265 टीमें गठित की गई हैं, जबकि 36 ट्रांजिट टीमें भी तैनात की गई हैं. जो बच्चे बूथ दिवस पर वंचित रह जाएंगे, उन्हें 15 दिसंबर से घर-घर जाकर पोलियो की खुराक दी जाएगी. इसके बाद भी यदि कोई बच्चा छूट जाता है तो 22 दिसंबर को विशेष रूप से दवा पिलाई जाएगी.




