
वाराणसी - श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के नवीनीकरण की चतुर्थ वर्षगांठ के पावन अवसर पर विविध धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया. इसमें मंदिर न्यास का प्रतिनिधित्व करते हुए धाम के डिप्टी कलेक्टर श्री शंभु शरण ने जयादि मंत्र एवं अप्रतिरथ मंत्र द्वारा विशेष हवन-पूजन का आयोजन किया.
इस हवन-पूजन में 11 वैदिक शास्त्रियों की सान्निध्य में विधिवत वैदिक रीति से अनुष्ठान संपन्न हुआ. धार्मिक मान्यता के अनुसार, इन मंत्रों का उपयोग देवताओं द्वारा असुरों पर विजय प्राप्त करने के लिए किया गया था. इसी भावना के साथ धाम की उन्नति, लोक कल्याण और राष्ट्र की मंगल कामना हेतु यह अनुष्ठान किया गया.

मंदिर न्यास द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम श्री काशी विश्वनाथ धाम के नविनीकरण के चार सफल वर्षों की आध्यात्मिक उपलब्धियों और सनातन परंपरा के संरक्षण का प्रतीक रहा. इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने इस अनुष्ठान को देखकर भक्ति और श्रद्धा का अनुभव किया. हवन के दौरान वातावरण में मंत्रों की गूंज और अग्नि की लपटों ने एक दिव्य माहौल का निर्माण किया, जिससे सभी उपस्थित जनों में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ.
उधर, शिव बारात समिति की ओर से शनिवार को भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया. शोभायात्रा मैदागिन से प्रारंभ होकर दशाश्वमेध घाट तक निकाली गई, जिसमें शिवभक्तों की भारी भीड़ उमड़ी. डमरू-नगाड़ों की गूंज, हर-हर महादेव के जयघोष और आकर्षक झांकियों ने पूरे मार्ग को भक्तिमय वातावरण से सराबोर कर दिया. शोभायात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने भगवान शिव के विवाह उत्सव का भावपूर्ण आनंद लिया और काशी की सांस्कृतिक व धार्मिक परंपरा का जीवंत दर्शन हुआ. वहीं भारत की महिला क्रिकेट टीम को सम्मान देने वाली झांकी और रोपवे की झांकी लोगों के बीच विशेष आकर्षण का केंद्र रही.




