Friday, 05 September 2025

महिलाओं ने जमकर किया विरोध, बंद कराई शराब की खुली दुकान

महिलाओं ने जमकर किया विरोध, बंद कराई शराब की खुली दुकान
Aug 14, 2025, 07:21 AM
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Posted By Ujjwal Singh

वाराणसी: कबीर नगर कॉलोनी (दुर्गाकुंड) के एक शांत और रिहायशी इलाके में बुधवार को अचानक खोली गई देसी शराब की दुकान ने स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़का दिया. जैसे ही मोहल्ले में दुकान खुलने की खबर फैली, दर्जनों महिलाएं और निवासी मौके पर पहुंच गए और जोरदार नारेबाजी के साथ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान महिलाओं का उग्र रुख देखकर दुकान के सेल्समैन और कर्मचारी दुकान बंद कर वहां से खिसक लिए.


गैरेज में खोली गई थी शराब की दुकान


शराब की यह दुकान एक गैरेज में खोली गई थी, जो आसपास के घरों और कोचिंग सेंटरों से घिरा हुआ है. कबीर नगर कॉलोनी के लोगों का कहना है कि यह इलाका पूरी तरह से रिहायशी है, यहां ऐसे शराब ठेके का होना बिल्कुल उचित नहीं. लोगों ने आरोप लगाया कि अगर यह दुकान चलने दी गई तो रोजाना नशे में धुत लोगों का जमावड़ा लगेगा. इससे महिलाओं, बच्चों और आम राहगीरों का सुरक्षित निकलना मुश्किल हो जाएगा.


महिलाओं का एकजुट विरोध


स्थानीय महिलाओं को बुधवार को जैसे ही दुकान खुलने की जानकारी मिली, वे तुरंत कबीर नगर नागरिक समिति के सदस्यों और अन्य स्थानीय लोगों के साथ वहां पहुंचीं. उन्होंने "शराब का ठेका बंद करो" जैसे नारे लगाए .महिलाओं का कहना था कि शराब के ठेके से न सिर्फ सामाजिक माहौल बिगड़ेगा, बल्कि बच्चों और युवाओं पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ेगा. खासकर यह इलाका कई कोचिंग सेंटरों के पास है, जहां बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं आते-जाते हैं. उन्होंने कहा कि शराब पीने वालों का जमावड़ा छात्रों के लिए असुरक्षित माहौल पैदा करेगा.

नशेड़ियों का जमावड़ा और उत्पात का डर


स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले भी जब आसपास कहीं शराब की दुकान रही थी, तो वहां नशेड़ियों का जमावड़ा लगने लगता था. कई बार राह चलती महिलाओं से अभद्रता, गाली-गलौज और झगड़े की घटनाएं होती थीं. इसी वजह से मोहल्ले के लोग ऐसे ठेकों का विरोध करते हैं.उन्हें डर है कि एक बार दुकान चलने लगी तो स्थिति और भी खराब हो जाएगी.


दुकान स्थानांतरित होने तक जारी रहेगा विरोध


महिलाओं ने स्पष्ट चेतावनी दी कि जब तक इस ठेके को यहां से हटाया नहीं जाता, उनका विरोध जारी रहेगा. उन्होंने अधिकारियों से मांग की कि इस तरह की दुकानें रिहायशी और शिक्षण संस्थानों के पास बिल्कुल न खोली जाएं.


पुलिस ने समझाबुझा कर कराया शांत


मौके पर सूचना पाकर पुलिस भी पहुंची और स्थिति को शांत करने का प्रयास किया. पुलिस ने महिलाओं और स्थानीय लोगों को समझाने की कोशिश की कि मामला संबंधित अधिकारियों के संज्ञान में लाया जाएगा. हालांकि, महिलाएं इस बात पर अड़ी रहीं कि ठेका पूरी तरह से बंद होना चाहिए, केवल अस्थायी बंदी से वे संतुष्ट नहीं होंगी.

नागरिक समिति का समर्थन


कबीर नगर नागरिक समिति के सदस्यों ने भी महिलाओं के रुख का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि रिहायशी इलाकों में शराब की बिक्री से अपराध की घटनाएं बढ़ सकती हैं, और इससे इलाके की शांति और सुरक्षा प्रभावित होती है .समिति ने भी ठेका हटाने के लिए प्रशासन को लिखित शिकायत देने की बात कही.


स्थानीय लोगों ने दी चेतावनी


गुस्साए लोगों ने चेतावनी दी कि यदि दुकान फिर से खोली गई तो वे और भी बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे और जरूरत पड़ी तो सड़क पर उतरकर प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे.


सामाजिक असर को लेकर चिंता


महिलाओं ने इस बात पर भी चिंता जताई कि शराब के ठेके से न केवल सुरक्षा का मुद्दा जुड़ा है, बल्कि यह सामाजिक और पारिवारिक माहौल पर भी असर डालता है. उन्होंने कहा कि कई बार घर के पुरुष नशे की लत में फंसकर परिवार की आर्थिक स्थिति बिगाड़ देते हैं जिससे घरेलू कलह बढ़ जाती है.

Ujjwal Singh

News Author

Ujjwal Singh