
वाराणसी - विश्व एड्स दिवस के अवसर पर बनारस क्वीयर प्राइड के तत्वावधान में सोमवार को शहर में पहली बार एचआईवी/एड्स जागरूकता यात्रा और सभा का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का उद्देश्य एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता बढ़ाना और शहर में लगातार बढ़ रहे एचआईवी मामलों में नियंत्रण लाना है. उल्लेखनीय है कि दिनदयाल उपाध्यक्ष जिला चिकित्सालय के अगस्त महीने के रिपोर्ट के अनुसार पांच महीने के अंदर एचआईवी के 100 पाज़िटिव मामले सामने आए हैं.
यात्रा की शुरुआत ज़ाद पार्क, लहुराबीर से हुई. यात्रा के दौरान प्रतिभागियों ने इन प्रभावशाली नारों के साथ जागरूकता का संदेश दिया. यात्रा के उपरांत श्री शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय जिला चिकित्सालय, वाराणसी के प्रांगण में एक सभा का आयोजन किया गया, जिसका संचालन नीति द्वारा किया गया. सभा की औपचारिक शुरुआत अनन्या मिथि ने क्वीयर आंदोलन और बनारस क्वीयर प्राइड के इतिहास के बारे में बताकर की.
सभा में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे कबीरचौरा चिकित्सालय के निरीक्षक डॉ मुकुंद श्रीवास्तव मौजूद रहे. अस्पताल के फार्मेसिस्ट डॉ जितेंद्र पटेल तथा पैथोलॉजिस्ट डॉ इक़बाल, परामर्शदाता डॉ मनिषा और ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ संजीव कुमार सिंह की विशिष्ट उपस्थिति रही.

डॉ मनिषा ने एचआईवी होने के मूल कारणों को समझाया और कहा कि, “एचआईवी और एड्स कोई बीमारी नहीं है. लेकिन समाज में बहुत सारी भ्रांतियां फैली हुई है. इसके बारे में आगर हम सही जानकारी ले लें तो इससे हम बच सकते हैं. वहीं पैथोलॉजिस्ट जितेंद्र ने भेदभाव के खिलाफ बोलते हुए कहा कि "एचआईवी पॉजिटिव कोई व्यक्ति अगर सही तरीके से दवाई लेते रहे तो एक सामान्य जिंदगी जी सकते हैं. इसलिए भेदभाव का कोई स्थान नहीं होना चाहिए.”
इसी कड़ी में सभा के मुख्य वक्ता डॉ इक़बाल ने बनारस क्वीयर प्राइड के इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि "यह कदम नहीं रुकनी चाहिए। पहले समाज एचआईवी और क्वीयर व्यक्तियों के विषय में बात भी नहीं करते थे. लेकिन आज यह आवाज शहर में उठायी गयी है. यह स्वागतयोग्य पहल है. "
डां मुकुंद जी ने एचआईवी और LGBTQ+ समुदाय के संबंधित अतीत के भ्रांतियों के बारे में बात करते हुए कहा कि "आज हम इस बैठक में बैठे हैं यह सबसे बड़ा बदलाव है. पहले लोग एक बार मास्टरबेशन या सेक्स करके समझते थे कि एड्स हो गया है और अस्पताल आते भी हैं तो आके छुपकर अपनी बात करते थे. लेकिन आज आप लोग खुलकर यहां आए हैं और इसी तरह बदलाव आएगा.
भ्रांतियों और भेदभाव को कम करके सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण बनाएं
इस कार्यक्रम के आयोजन में अनेक संस्थाओं ने सक्रिय रूप से बनारस क्वीयर प्राइड का साथ निभाया. जिनमें प्रिज्मैटिक फाउंडेशन, एशियन ब्रिज इंडिया, दामिनी, उड़ान, अस्मिता, सोहार्द, वनस्टाप सेंटर, प्रगतिपथ फाउंडेशन, दखल, चेतगंज थाना और श्री शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय जिला चिकित्सालय प्रमुख रहे. कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालन करने में स्वयंसेवकों के रूप में मूसा आज़मी, रुमान, आर्या, साहिल, अफसाना, सुमन, नैंसी, चंदन, असिम, अरविंद, मनोज श्रीवास्तव, धनंजय, अल्का , कैलाश, बन्नी, कृष्णा, सैम, अनामिका, श्रेया, राधा, टेन, अनु श्रीवास्तव और सौरभ सहित सैकड़ों लोगों की सक्रिय भागीदारी रही. इस जागरूकता यात्रा और सभा के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि एचआईवी/एड्स को रोकने के लिए समय पर जाँच, सुरक्षित व्यवहार और सही जानकारी सबसे ज़रूरी है. साथ ही, समाज में मौजूद भ्रांतियों और भेदभाव को कम करके ही हम सभी एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण बना सकते है.




