
वाराणसी: दोस्त की बहन की शादी में हर्ष फायरिंग के लिए खरीदी गई पिस्तौल से बीटेक छात्रों ने शहर में अपने ही साथी को गोली मार कर घायल कर दिया. उसे इलाज के लिए हास्पिटल में भर्ती भी कराया. पुलिस ने इसकी भनक लगते ही दो आरोपितों को पिस्तौल के साथ गिरफ्तार कर लिया. आरोपितों से पूछताछ की जा रही है.
चंदौली जिले के रामगढ़ का रहने वाला आकाश यादव लखनऊ स्थित एक संस्थान से बीटेक कर रहा है. रविवार को उसके बहन की शादी थी. इसमें शामिल होने के लिए उसके दोस्त लखनऊ से ट्रेन में सवार होकर शिवपुर स्टेशन पहुंचे. उन्हें घर ले जाने के लिए आकाश स्कार्पियो लेकर पहुंचा. उसमें सवार कुशीनगर के राजपुर बगहा निवासी सोनू सिंह को रास्ते में गोली लग गई. इससे दोस्तों में हडकंप मच गया. आकाश व बस्ती जिले रहने वाले अखिल पांडेय उसे लेकर मलदहिया स्थित सिंह मेडिकल में इलाज कराने पहुंचे. इसकी भनक रोडवेज पुलिस चौकी को लग गई. सूचना केबाद सारनाथ पुलिस ने हसनपुर–सिंहपुर अंडरपास से आकाश और अखिल को गिरफ्तार कर लिया.
25 हजार में खरीदी पिस्तौल, दो गिरफ्तार
पुलिस की पूछताछ में आरोपित आकाश यादव ने बताया कि बहन की शादी में हर्ष फायरिंग करने के लिए गाजीपुर के मयंक यादव से 25 हजार रुपये में पिस्टल को खरीदा गया था. कार में इसे लेकर दोस्तों को लेने पहुंचा था. भोर में तीन बजे लौटते समय हसनपुर–सिंहपुर अंडरपास के पास पुरानी बात को लेकर हुए मामूली विवाद में सोनू सिंह को गोली मार दी. आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस ने नसिंहपुर हसनपुर गांव के पास फेंकी गई कपड़े में देशी पिस्टल बरामद की. घटना में फरार दो और आरोपितों की तलाश कर रही है.
आवारा कुत्तों ने बुजुर्ग को किया जख्मी
आवारा कुत्तों का हमला थम नहीं रहा है. शिवपुरी-सुद्धिपुर क्षेत्र में मोटर मैकेनिक मूलचंद पर रविवार को चार-पांच आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया. मूलचंद घबरा गए और जमीन पर गिर गए. आवारा कुत्तों ने उनके हाथ-पैर, पीठ-कमर पर कई जगह बुरी तरह काट लिया. उनकी चीख सुनकर आसपास के लोग दौड़े, लेकिन तब तक कुत्ते उनको लहूलुहान कर चुके थे.
घायल मूलचंद को पं. दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल के इमरजेंसी लाया गया. डाक्टरों ने टिटनेस का इंजेक्शन और कुछ दवाएं देकर उन्हें छोड़ दिया. अस्पताल में एंटी रेबीज वैक्सीन (एआरवी) और रेबीज इम्यूनोग्लोबुलिन (आरआइजी) वैक्सीन नहीं थी. अस्पताल के स्टाफ ने बताया कि एंटी रेबीज वैक्सीन स्टाक में खत्म हो गई है और इम्यूनोग्लोबुलिन आती ही नहीं है.




