
वाराणसी : प्रेम प्रपंच में शादी के लिए परिजन के राजी न होने पर युवक ने प्रमिका किशोरी संग पहले आत्मघाती कदम उठाने का निर्णय लिया था. इसके बाद अचानक किशोरी राजी नहीं हुई तो युवक ने अकेले गंगा में छलांग लगी दी. हालांकि, जान जाने का खतरा तो टल गया लेकिन पैर टूटने के कारण युवक को तीन दिन ट्रामा सेंटर में भर्ती रहा. इसके बाद पुलिस आरोपित को जेल भेज दिया.
परिजन ने ट्रामा सेंटर में कराया भर्ती
सातवीं की छात्रा ने परिजन के भय से शादी के लिए ‘ना’ कह दी तो युवक ने उसके सामने साथ मरने के लिए दबाव बनाया. किशोरी जान देने को राजी नहीं हुई तो युवक दशाश्वमेध घाट पहुंचा और उसने गंगा में छलांग लगा दी. लेकिन वह पानी के बजाए घाट की सीढ़ी पर जा गिरा, जिससे उसके दोनों पैर टूट गए. परिजन को भनक लगी तो उसे बीएचयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया. उधर, किशोरी के परिजन ने नामजद केस दर्ज कराया तो चेतगंज पुलिस 72 घंटे इंतजार के बाद आरोपित का चालान कर उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से वह जेल पहुंच गया.
युवक के खिलाफ केस दर्ज
चेतगंज निवासी कक्षा सात की छात्रा पांच अक्टूबर को घर से निकली तो शाम होने तक नहीं लौटी. परेशान परिजनों ने पूरे दिन उसकी तलाश की लेकिन कहीं पता नहीं चलने पर थाना चेतगंज में नदेसर निवासी शुभम शर्मा के खिलाफ नामजद केस दर्ज कराया. पुलिस छानबीन में जुटी तो आरोपित के ट्रामा सेंटर में भर्ती होने की बात पता चली.

इंस्पेक्टर चेतगंज विजय शुक्ला के मुताबिक बीएचयू के ट्रामा सेंटर में पुलिस का पहरा लगाया गया था. बुधवार को तीन दिन बाद आरोपित के दोनों पैर में पक्का प्लास्टर बंधते ही उसका चालान कर दिया गया है. व्हीलचेयर पर बैठाकर उसे जेल में दाखिल किया गया. पुलिस टीम में विजय कुमार शुक्ला, प्रभारी मिशन शक्ति एसआइ आदर्शिका, चौकी प्रभारी चेतगंज शिप्रा सिंह व कांस्टेबल रितिक राज शामिल रहे.




