
वाराणसीः नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने सोमवार को आउटसोर्सिंग पर तैनात छह सफाई सुपरवाइजरों की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी हैं. पिछले दिनों शिकायत मिली थी कि कई सुपरवाइजर मोबाइल फोन डिवाइस का समय बदलकर ड्यी पर आने वाले सफाई कर्मियों की उपस्थिति में हेराफेरी कर रहे हैं. इसके एवज में वे सफाई कर्मियों से सुविधा शुल्क भी वसूल रहे हैं.

इस तरह गड़बड़ी पकड़ाई
जानकारी पाकर जब इसकी जांच कराई गई तो नगर निगम प्रशासन ने पाया कि सफाई कर्मियों की उपस्थिति प्रणाली में डिजिटल छेड़छाड़ की गई है. इस गंभीर मामले की बात सामने आने पर मोबाइल फोन रिकॉर्ड और वेतन चार्ट की जांच की गई जिसमें गड़बड़ी पकड़ी गई. नगम द्वारा प्रथम पाली में सफाई कर्मियों के लिए उपस्थिति का समय प्रातः 6 बजे और कार्य समाप्ति का समय अपराह्न 1 बजे निर्धारित किया गया था लेकिन जांच की जद में आए छह सुपरवाइजरों ने अपने मोबाइल फोन के डिवाइस में सुबह छह बजे की जगह सफाई कर्मियों की ड्यूटी का समय सुबह 9 नौ बजे सेट कर दिया था.
कार्रवाई की जद में आए ये सुपरवाइजर
जानकारी के अनुसार नगर आयुक्त ने इस प्रकरण को अनुशासनहीनता का गंभीर मामला मानते हुए तत्काल सुपरवाइजर चन्दन पटेल व यजुवेन्द्र सिंह (बंगाली टोला), अनुपम (सिकरौल-2), बेलाल अहमद (कालभैरव), भरत बलराम भूषण (लालपुर मीरापुर बसहीं), और पिंटू जायसवाल (हनुमान फाटक) की सेवाएं समाप्त कर दीं. साथ ही इस निगरानी प्रक्रिया को और मजबूत करने के निर्देश दिए हैं.




