Sunday, 23 November 2025

भरत मिलाप - भारी बारिश भी नहीं डिगा सकी आस्था, भाइयों का मिलन देख आस्थावानों की आंखें नम

भरत मिलाप - भारी बारिश भी नहीं डिगा सकी आस्था, भाइयों का मिलन देख आस्थावानों की आंखें नम
Oct 03, 2025, 12:51 PM
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Posted By Gaandiv

वाराणसी के लक्खा मेलों में शुमार ऐतिहासिक नाटी इमली का भरत मिलाप इस बार भी दिव्‍य तरीके से संपन्न हुआ. लगातार भारी बारिश भी श्रद्धालुओं की आस्था व उत्साह को डिगा नहीं सकी. लीला के दौरान जैसे ही राम और लक्ष्मण रथ पर सवार होकर पहुंचे, तो उनके स्वागत के लिए भरत और शत्रुघ्न जमीन पर लेट गए. यह दृश्य देखते ही हजारों लोगों की आंखें नम हो गईं. इसके बाद राम-लक्ष्मण तुरंत रथ से उतरे और दोनों भाइयों को उठाकर गले लगा लिया. चारों भाइयों के मिलन का क्षण आते ही पूरा मैदान “जय श्रीराम” के नारों से गूंज उठा.


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इंद्रदेव ने लगायी हाज़री, छाता लेकर डटे रहे श्रद्धालु


बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही थी, लेकिन बडी संख्या में श्रद्धालु छाता लेकर मैदान में डटे रहे और इस भव्या लीला के साक्षी बने. इस अवसर पर पूर्व काशी नरेश अनंत नारायण सिंह ने भगवान श्रीराम को चांदी की गिन्नी भेंट की और आशीर्वाद प्राप्त किया. बारिश के कारण हाथी से नहीं बल्कि कार से आना पडा.

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यादव बंधुओं ने उठाया पुष्पक विमान


इस आयोजन की ऐतिहासिक परंपरा सदियों से चली आ रही है. यादव बंधु पारंपरिक वेशभूषा, आंखों में सुरमा, धोती-बनियान और सिर पर पगड़ी पहनकर मैदान में पहुंचे और उन्होंने 5 टन वजनी पुष्पक विमान को कंधों पर उठाकर लीला स्थल तक पहुंचाया. सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी रही. पूरे क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाई गई और ड्रोन कैमरों से निगरानी की गई.