
वाराणसी :विश्व विख्यात लक्खा मेला में शुमार नाटी इमली का भरत मिलाप तीन अक्टूबर को संपन्न होगा. इसके आयोजक श्री चित्रकूट रामलीला समिति के सामने कई समस्याएं उत्पन्न हो गयी हैं. भरत मिलाप की लीला अपने पूर्ण भव्यता एवं प्राचीनता व ऐतिहासिक महत्व के लिए विश्वविख्यात है जिसमें वाराणसी सहित पूर्वाचल एवं देश-विदेश से भी से भी श्रद्धालु दर्शन हेतु आते हैं. शासन एवं स्थानीय प्रशासन की उदासीनता से नाटी इमली स्थित भरत मिलाप मैदान का मूल स्वरूप एवं उसकी प्राचीनता दिन-प्रतिदिन समाप्त होती जा रही है, जो चिंता का विषय है. ज्ञातव्य है कि लगभग 4 लाख लीला प्रमियों की होने वाली भीड़ को असुविधाओं एवं कष्ट का सामना करना पड़ता है, जिसके प्रति जिला प्रशासन एवं जन प्रतिनिधि अत्यन्त उदासीन हैं.० परम्परागत रूप से पूर्व वर्षों से भाँति इस वर्ष भी पूर्व काशी नरेश महाराज अनन्त नारायण सिंह अपने दल-बल के साथ भरत मिलाप में सम्मिलित होंगे.
कार्यक्रम विवरण
इसी दौरान लोहटिया से महाराज अनन्त नारायण सिंह का हाथी पर सवार होकर नाटी इमली मैदान के लिए प्रस्थान होगा. 4:30 बजे भरत, शत्रुध्न एवं अयोध्यावासियों के साथ नाटी इमली मैदान में आगमन होगा. 4:35 पर मंचासीन होकर 4:40 बजे राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुध्न का मिलाप होगा. इसके बाद चारों भाइयों का सेना प्रमुखों के सहित पुष्पक विमान का अयोध्या (बड़ा गणेश) के लिए प्रस्थान करेगी. सायं 7:00 बजे आरती के साथ भरत मिलाप की लीला सम्पन्न होगी.
डगर कठिन, चलना मुश्किल
धूपचण्डी (चित्रकूट) से अयोध्या बड़ागणेश तक की अत्यन्त खराब सड़कों, जिस पर पैदल चलना मुश्किल है. उस पर नंगे पाँव यादव बन्धुओं द्वारा भारी-भरकम पुष्पक विमान को कंधे पर लेकर चलना और कठिन है. समिति द्वारा नगर आयुक्त, जिलाधिकारी, मण्डलायुक्त, पुलिस प्रशासन सहित सम्बन्धित सभी विभागों को एक पखवारा पूर्व ही सड़क मरम्मत कराने, मार्ग के अवरोधकों को हटाने, सफाई करवाने का ज्ञापन दिया जा चुका है.





