BHU-सावित्रीबाई फुले के नाम पर होगा WC का सभागार, VC ने नई छात्राओं का किया

वाराणसी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के महिला महाविद्यालय के सभागार का नाम भारत की महान समाज सुधारक और महिला शिक्षा की अग्रदूत सावित्रीबाई फुले होगा. यह घोषणा कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने नवप्रवेशी छात्राओं को संबोधित करते हुए दी. उन्होंने छात्राओं को विद्यार्थी जीवन का भरपूर लाभ उठाने और अधिक से अधिक ज्ञान अर्जित करने की प्रेरणा दी.

विद्यार्थी जीवन को सार्थक बनाने का आह्वान
कुलपति प्रो. चतुर्वेदी ने कहा कि अध्यापन केवल एकपक्षीय प्रक्रिया नहीं है, बल्कि तब ही सार्थक होता है जब विद्यार्थी सक्रिय रूप से सीखने में भाग लें. उन्होंने छात्राओं से कक्षा में पूरी तैयारी के साथ आने, तकनीक का अधिकतम उपयोग करने और शिक्षकों-सहपाठियों से निरंतर संवाद बनाए रखने का आग्रह किया. कहा स्नातक स्तर पर छात्राओं को करियर को लेकर चिंतित होने की बजाय अपने व्यक्तित्व को ज्ञान, कौशल और जीवन मूल्यों से समृद्ध करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.

विश्वविद्यालय की नई पहल और योजनाएं
अपने संबोधन में कुलपति ने विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों के समग्र विकास के लिए की जा रही पहलों की जानकारी दी. इनमें इंटर्नशिप एवं प्लेसमेंट सेल, कौशल विकास प्रकोष्ठ, विद्यार्थी कल्याण प्रकोष्ठ (पहल) और जीवन कौशल विकास पहल शामिल हैं. उन्होंने कहा कि इन पहलों को और सशक्त बनाने के प्रयास जारी रहेंगे ताकि अधिक से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित हो सकें.
कुलपति ने छात्र-प्रशासन संवाद को और मजबूत करने की बात कही और बताया कि विश्वविद्यालय सभी विद्यार्थियों को बीएचयू डोमेन आधारित ईमेल आईडी देने पर विचार कर रहा है.

सुरक्षा और संवाद पर विशेष जोर
प्रो. चतुर्वेदी ने हाल ही में विश्वविद्यालय के ‘नमस्ते बीएचयू’ ऐप में जोड़ी गई सुरक्षा अलर्ट सुविधा का जिक्र किया. यह फिलहाल छात्राओं के लिए परिसर में उपलब्ध है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
महिला शिक्षा में एमएमवी की अग्रणी भूमिका
कार्यक्रम में कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह ने महिला महाविद्यालय को देश में महिलाओं की शिक्षा और सशक्तिकरण का मील का पत्थर बताते हुए कहा कि यह संस्थान महामना पं. मदन मोहन मालवीय जी के सपनों को साकार करता है। उन्होंने छात्राओं को अधिकारों के प्रति सजग और कर्तव्यों के प्रति सतर्क रहने की प्रेरणा दी. महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. रीता सिंह ने स्वागत भाषण में कहा कि महिला महाविद्यालय, महिला शिक्षा संबंधी महामना के दृष्टिकोण का जीवंत प्रतीक है. उन्होंने संकाय सदस्यों के योगदान को भी रेखांकित किया.
रंगारंग प्रस्तुतियों से सजा मंच
कार्यक्रम में महिला महाविद्यालय की छात्राओं ने संस्थान की गौरवमयी यात्रा को दर्शाते हुए मनमोहक नृत्य प्रस्तुति दी। नृत्य निर्देशन डॉ. रुक्मिणी जायसवाल ने किया। वहीं अपर्णा, श्रेया, निशा, सुहानी, गौरी और हरिप्रिया ने कुलगीत प्रस्तुत कर वातावरण को उल्लासपूर्ण बना दिया. प्रस्तुति में अंकिता मंडल ने हारमोनियम और पं. ललित कुमार ने तबला पर संगत दी.
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ओरियंटेशन का उद्देश्य
कुलपति द्वारा उद्घाटित छह दिवसीय ओरियंटेशन कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नवप्रवेशी छात्राओं को विश्वविद्यालय की गतिविधियों, सुविधाओं और वातावरण से परिचित कराना है. कार्यक्रम का संचालन प्रो. ऋचा कुमार ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रुक्मिणी जायसवाल ने प्रस्तुत किया.

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