वाराणसी: सारनाथ थाना क्षेत्र के अरिहंत नगर में 21 अगस्त को कॉलोनाइजर महेंद्र गौतम की हुई हत्या के मामले में वाराणसी पुलिस ने बुधवार तड़के बड़ी कार्रवाई की. पुलिस ने हत्या की साजिश रचने वाले तीन आरोपियों – जोगेंद्र यादव उर्फ फैटू, चंदन शुक्ला और श्याम प्रकाश राजभर उर्फ रेखा प्रधान को गिरफ्तार किया है. इसके बाद एक असलहा सप्लायर मुकीम को भी मुठभेड़ के बाद दबोचा गया. मुठभेड में मुकीम के पैर में गोली लगी है. पुलिस ने आरोपियों के पास से एक देसी तमंचा (315 बोर), एक जिंदा और एक खोखा कारतूस तथा पांच की पैड मोबाइल बरामद किए.
जमीन और कर्ज बना विवाद का जड़
पुलिस उपायुक्त (वरुणा जोन) प्रमोद कुमार ने बताया कि हत्या की जड़ में करोड़ों रुपये की जमीन और भारी-भरकम कर्ज का विवाद था. करीब छह महीने पहले आरोपियों ने सिंहपुर निवासी अंजनीनाथ शुक्ला की 4.5 बिस्वा जमीन 48 लाख रुपये एडवांस देकर खरीदी थी. बाद में उसी जमीन को महेंद्र गौतम को 1.22 करोड़ रुपये में बेचने का सौदा हुआ. महेंद्र ने केवल 26 लाख रुपये अग्रिम दिए, लेकिन बाकी रकम न देने और जमीन हस्तांतरित न करने से विवाद गहराता चला गया. इसके साथ ही जोगेंद्र यादव पर लगभग 1.75 करोड़ रुपये का कर्ज भी था. आरोपियों ने अंजनी शुक्ला से 9 बिस्वा जमीन खरीदने का सौदा किया, लेकिन महेंद्र गौतम ने दखल देकर वहां प्लॉटिंग रुकवा दी. सिंहपुर क्षेत्र की करीब 40 बिस्वा जमीन (कुल मूल्य लगभग 40 करोड़ रुपये) पर भी विवाद बढ़ा. इसमें से 9 बिस्वा रेखा प्रधान को बेची गई थी. रेखा ने 14 लाख रुपये का चेक दिया था, लेकिन महेंद्र ने हाईकोर्ट से स्टे ऑर्डर ले लिया. इससे चंदन और रेखा को बड़ा नुकसान हुआ. इन तमाम विवादों और कर्ज के दबाव के चलते आरोपियों ने महेंद्र गौतम को रास्ते से हटाने का फैसला किया.
सुपारी देकर कराई गई हत्या
पुलिस जांच में सामने आया कि महेंद्र की हत्या के लिए 5 लाख रुपये की सुपारी दी गई थी. इसमें से 50 हजार रुपये नकद पहले ही शूटरों को दिए जा चुके थे, जबकि बाकी रकम बाद में देने का वादा किया गया था.
मुठभेड़ में गिरा हथियार सप्लायर
हत्या में प्रयुक्त असलहे की आपूर्ति करने वाला मुकीम बुधवार तड़के जोगेंद्र यादव से 4.5 लाख रुपये लेने जा रहा था. इसी दौरान पुलिस ने उसे घेर लिया. खुद को फंसा देख मुकीम ने फायरिंग की, लेकिन जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे पकड़ लिया. गिरफ्तारी के बाद मुकीम ने बताया – “पुलिस ने घेर लिया तो मैंने बचने के लिए गोली चलाई.
पुलिस को मिला इनाम
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने गिरफ्तारी करने वाली टीम को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की. इस टीम में सारनाथ थानाध्यक्ष विवेक कुमार त्रिपाठी, एसओजी प्रभारी गौरव सिंह समेत कई पुलिसकर्मी शामिल रहे.
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फरार शूटरों की तलाश
पुलिस फिलहाल हत्या में शामिल फरार शूटरों की तलाश में दबिश दे रही है. साथ ही जमीन और कर्ज से जुड़े इस पूरे प्रकरण की गहन जांच की जा रही है.