
वाराणसी: शंकुलधारा कुंड में प्रतिमा विसर्जन को लेकर घमासान मचा हुआ है. एक ओर क्षेत्रीय पार्षद पति अशोक सेठ हैं तो दूसरी तरफ केंद्रीय पूजा समिति के अध्यक्ष तिलकराज मिश्रा हैं. इन सबसे जुदा क्षेत्रीय नेता अविनाश मिश्रा भी धरने पर बैठ गए हैं. सभी तरह – तरह के आरोप लगा रहे हैं. पार्षद पति ने कहा कि आठ महीने से कुंड में सफाई चल रही है.
विसर्जन हुआ तभी मछलियां मरने लगी हैं. उसमें हानिकारक रसायन होता है जिससे जलीय जंतुओं के जीवन पर खतरा रहता है. इसे देखते हुए कृत्रिम कुंड का निर्माण कराया गया. बावजूद जबरन लोगों ने शंकुलधारा में विसर्जन किया. जगह देने के बाद भी परंपरा का हवाला देते रहे.

वहीं पूजा समिति के अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि कहीं पार्षद पति ने शंकुलधारा कुंड में विसर्जन के बाद कुछ डाल तो नहीं दिया है. सारी महामारी सिर्फ एक ही तालाब में फैल रही है. पूजा समिति के अध्यक्ष ने कहा कि जानबूझ कर किसी के इशारे पर पांच साल पुरानी फोटो और वीडियो वायरल की जा रही है. विसर्जन की फोटो में हंस दिखाई दे रहा है. इससे साफ है वह सरस्वती पूजा के समय का फोटो है. इको फ्रेंडली मूर्तियों के विसर्जन से मछलियां नहीं मरती हैं. लक्ष्मीकुंड और पिशाचमोचन कुंड में बगैर विसर्जन के मछलियां मरती हैं. नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने प्रतिमा विसर्जन के लिए आठों जोन में 20 कुंड की व्यवस्था कराई थी. यहीं पर दीपावली के बाद माता काली की प्रतिमाओं का विसर्जन कराया जाएगा.
वहीं, क्षेत्रीय नेता अविनाश मिश्रा का कहना है कि धार्मिक एवं पौराणिक शंकुलधारा पोखरा खोजवा में मूर्ति विसर्जन की वजह से सैकड़ों बेजुबान मछलियों का मरना दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. जबकि यह कुण्ड सरकार द्वारा घोषित हेरिटेज कुण्ड में आता है. ऑक्सीजन की कमी से यह तड़प कर मर गई. परम्परा निभाने की कुछ लोगों के ढकोसलावदी जिद पर इन जलीय जीवों का जीवन असमय खत्म हो गया. इनके अलावा इस तालाब में दुर्लभ प्रजाति के कछुए भी हैं उनके जीवन पर संकट गहरा सकता है. नगर निगम वाराणसी द्वारा एक तालाब से चन्द कदम की दूरी पर जल संस्थान परिसर में कृत्रिम विसर्जन कुंड बनाया गया था लेकिन वहां मूर्ति विसर्जन नहीं किया गया. आरोप है कि स्थानीय लोगों ने शंकुल धारा में मूर्ति विसर्जन न करने का अनुरोध भी पूजा समितियों से किया था लेकिन कुछ धर्म के तथाकथित दलाल लोगों की जिद के आगे कुछ नहीं हो सका और आखिकार बेजुबानों की मौत हो गई. उन्होंने विसर्जन नहीं रोकने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.




