
वाराणसी – शहर में स्थापित दुर्गा पूजा के सभी पंडाल आज (सप्तमी) एक घंटे का ब्लैकआउट करेंगे. यह कदम गंगा में दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन की अनुमति देने की मांग को लेकर उठाया जा रहा है. केंद्रीय पूजा समिति के उपाध्यक्ष तरुण मुख़र्जी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि विरोध स्वरूप बाहर और पंडाल की सभी लाइटें बंद रखी जाएंगी. यह सांकेतिक प्रदर्शन शाम छह से सात बजे तक एक घंटा चलेगा.
पूजा समितियों की यह मांग है कि एनजीटी के नियमों के तहत प्रतिमा को गंगा में प्रवाहित करने की अनुमति दी जाए. साल 2015 से बनारस में दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन तालाबों और कुंडों में किया जा रहा है.
एनजीटी के नियमों का सम्मान
समिति का कहना है कि वे एनजीटी के नियमों का सम्मान करते हैं, लेकिन उनकी मांग है कि प्रशासन गंगा में विसर्जन की अनुमति दे, जिसके लिए स्थानीय आस्था और परंपरा में गहरी जड़ें हैं. यह मुद्दा पिछले कुछ समय से बनारस में जोर पकड़ रहा है, और आज का ब्लैकआउट इसी मांग को तेज करने का एक प्रयास है. पूजा समितियों ने एक स्वर में कहा है कि वह मां की प्रतिमा को गड्ढे में नहीं डालेंगे. पूजा समितियों ने एकस्वर में कहा कि एनजीटी व प्रदेश सरकार मानक तय करे, हम उसका पालन करने के लिए तैयार हैं.
बनी रणनीति
सनातन धर्म इंटर कॉलेज पूजा समिति के सूरज जायसवाल ने कहा कि भेलूपुर जलकल में जो कुंड बनाया गया है उसका पानी बेहद गंदा है. ऐसे में प्रतिमा विसर्जन वहां करने के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता है. पिछले दिनों केंद्रीय पूजा समिति की बैठक में विसर्जन की रणनीति बनाई गई. बैठक में सार्वजनिक दुर्गोत्सव समिति, गोल्डेन स्पोर्टिंग, नवजीवन क्लब, मच्छोदरा नाथ दुर्गोत्सव समिति, एसबी दुर्गोत्सव समिति के पदाधिकारी शामिल हुए थे.




