
वाराणसी : शहर में गुरुवार की रात करीब 11 बजे वाराणसी का डाफी टोल प्लाजा अचानक गोलियों की आवाज़ से गूंज उठा. लोग चौंक गए, चल रहे वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई और पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. यह कोई फिल्मी सीन नहीं था, बल्कि वाराणसी पुलिस और एक कुख्यात बदमाश के बीच हुई असली मुठभेड़ थी.

कैसे हुई मुठभेड़
लंका पुलिस की टीम ऑपरेशन चक्रव्यूह के तहत चेकिंग अभियान चला रही थी. तभी एक संदिग्ध बाइक सवार टोल से गुजरा. नंबर प्लेट न होने पर जब पुलिस ने उसे रोका तो उसने तेज रफ्तार से बैरियर तोड़ने के साथ वहां से भागने की कोशिश की.पुलिस ने पीछा किया तो उसने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी.जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं और एक गोली बदमाश के दाहिने पैर में जा लगी.

बदमाश की पहचान
घायल बदमाश की पहचान भभुआ (बिहार) निवासी जयकांत के रूप में हुई है. पुलिस रिकॉर्ड में वह लंबे समय से वांछित चल रहा था. उस पर वाराणसी पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. जयकांत के खिलाफ लंका, चितईपुर और भेलूपुर थाने में चेन स्नेचिंग, लूट और अन्य आपराधिक वारदातों के कई मुकदमे भी दर्ज हैं.

क्या मिला मौके से
एक तमंचा, कई जिंदा कारतूस, बिना नंबर की संदिग्ध चोरी की बाइक, घटनास्थल पर खाली कारतूसों के खोखे.

पुलिस का बयान
डीसीपी क्राइम सरवणन टी. ने बताया “जयकांत वाराणसी और आसपास के जिलों में सक्रिय गैंग का हिस्सा है. वह लगातार वारदातें करके इलाके में दहशत फैला रहा था. पुलिस लंबे समय से उसकी गतिविधियों पर नजर रख रही थी. बीती रात उसे दबोचने में सफलता मिली. इस गिरफ्तारी से कई आपराधिक घटनाओं का खुलासा होगा.”

इलाज और आगे की कार्रवाई
गोली लगने के बाद घायल जयकांत को पुलिस ने तुरंत बीएचयू ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया. डॉक्टरों ने बताया कि गोली उसके पैर में फंसी है और उसे ऑपरेशन से निकाला जाएगा. इलाज के बाद पुलिस पूछताछ करेगी.
जयकांत का आपराधिक इतिहास
कई चेन स्नैचिंग और लूट की घटनाओं में शामिल है , वाराणसी पुलिस के लिए लंबे समय से सिरदर्द बन चूका था, सीसीटीवी फुटेज से हाल ही में उसकी पहचान हुई थी. फरारी के दौरान बिहार और पूर्वांचल के जिलों में वह सक्रिय दिखाई पड़ा था.
ऑपरेशन चक्रव्यूह का असर
पुलिस की इस कार्रवाई से अपराधियों में खलबली मच गई है. वाराणसी पुलिस ने हाल के महीनों में कई छोटे-बड़े गिरोहों पर शिकंजा कसा है. जयकांत की गिरफ्तारी को पुलिस की एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है क्योंकि उसके नेटवर्क के जरिए शहर में कई आपराधिक वारदातों का पर्दाफाश होने की संभावना है.
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
मुठभेड़ की आवाज सुनकर डाफी टोल के आसपास मौजूद लोग दहशत में आ गए. कई राहगीर अपनी गाड़ियों को किनारे लगाकर सुरक्षित दूरी से घटनाक्रम देखते रहे. स्थानीय लोगों ने कहा कि पुलिस की यह कार्रवाई सराहनीय है क्योंकि इन दिनों चेन स्नैचिंग और लूट की घटनाओं से शहरवासी परेशान थे. यह घटना सिर्फ एक मुठभेड़ नहीं बल्कि वाराणसी पुलिस के लिए अपराधियों के खिलाफ बड़ी जीत है. जयकांत के पकड़े जाने के बाद पुलिस को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में शहर में दर्जनों लूट और स्नैचिंग की गुत्थियां सुलझेंगी.





