
वाराणसी: पांडेयपुर स्थित ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल ने गुरुवार को चिकित्सा क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की. यहां पहली बार दोनों आंखों के नासूर (डेक्रियोसिस्टाइटिस) का एकसाथ सफल ऑपरेशन किया गया. खास बात यह रही कि यह सर्जरी बिना चीरा लगाए दूरबीन विधि से हुई और मरीज पूरी तरह स्वस्थ है.

ईएनटी विभागाध्यक्ष डॉ. शिशुपाल ने बताया कि मरीज पिछले पांच वर्षों से आंखों में पानी आना, सूजन और कीचड़ जमने की समस्या से परेशान था. सामान्य तौर पर यह ऑपरेशन नेत्र रोग विभाग करता है, लेकिन इस बार आधुनिक एंडोस्कोपिक तकनीक से दोनों आंखों के नासूर और नाक की टेढ़ी हड्डी का भी ऑपरेशन साथ ही किया गया। ऑपरेशन टीम में डॉ. अनुज, डॉ. अरुणा, डॉ. अविनाश, एनेस्थीसिया विभाग की डॉ. निष्ठा समेत कई विशेषज्ञ शामिल रहे.

नासूर दरअसल आंसू की थैली का पुराना संक्रमण है, जिसमें आंसू की नली बंद हो जाती है और लगातार पानी, जलन व सूजन की समस्या बनी रहती है. समय पर इलाज न मिलने पर यह परेशानी गंभीर हो सकती है.
इसी बीच शुक्रवार को अस्पताल में सुविधा समागम का आयोजन भी हुआ. इसमें पेंशनरों ने चिकित्सा सेवाओं से जुड़ी समस्याएं रखीं. संयुक्त निदेशक (प्रभारी) संजय कुमार ने भरोसा दिया कि जौनपुर स्थित ईएसआईसी औषधालय से भी जल्द सेवानिवृत्त कर्मचारियों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए मुख्यालय से पत्राचार किया जाएगा.

एक ओर जहां आधुनिक सर्जरी से मरीजों को राहत मिल रही है, वहीं दूसरी ओर पेंशनरों की समस्याओं को सुनकर उनके लिए नई सुविधा की दिशा में कदम बढ़ाए गए हैं. ईएसआईसी की यह पहल न केवल वर्तमान मरीजों बल्कि सेवानिवृत्त कर्मियों के जीवन को भी सहज और सुरक्षित बनाने की दिशा में अहम साबित हो रही है.





