
वाराणसी – महादेव की नगरी में आने वाले पर्यटकों के लिए खास खबर है. लंबे अरसे बाद 23 सितंबर से गंगा में नौका संचालन फिर से शुरू होगा. इसके लिए सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक की ही अनुमति होगी. नाव की क्षमता के हिसाब से 50 प्रतिशत ही पर्यटक बैठा सकेंगे. बता दें कि गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए 11 जुलाई से नाव संचालन पर प्रतिबंध है.
गंगा में नाव और मोटरबोट संचालन को लेकर रविवार को दशाश्वमेध स्थित जल पुलिस परिसर में मांझी समाज के अध्यक्ष, मोटरबोट मालिकों व निषाद समाज के प्रतिनिधियों की बैठक हुई. बैठक में तय हुआ कि 23 सितंबर से मोटरबोट का संचालन होगा. सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक नाव का संचालन निर्धारित है. शाम 5.30 बजे तक सभी नाव घाट पर खड़ी हो जाएंगी. तब तक मोटर बोट की सर्विसिंग, रंगरोगन आदि कार्य पूरा करा लें. यात्रियों के चढ़ने-उतरने वाले स्थान की साफ-सफाई की जिम्मेदारी बोट मालिकों और नाविकों की होगी.

एसीपी जल पुलिस शुभम सिंह ने स्पष्ट किया कि फिलहाल किसी भी नाव को घाट पर गंगा आरती में लगाने की अनुमति नहीं होगी. यह आदेश एक सप्ताह के लिए लागू रहेगा. इंस्पेक्टर राजकिशोर पांडेय ने कहा कि सोमवार को अपनी नाव, मोटरबोट की मरम्मत समेत अन्य कार्य पूरा करा लें.
जल पुलिस प्रभारी शशि प्रताप सिंह ने हिदायत दी कि निर्धारित क्षमता से 50 प्रतिशत यात्रियों को ही नाव में बैठाकर बोटिंग कराएं. सभी यात्रियों को लाइफ जैकेट पहनाना अनिवार्य है. नशे की हालत में यदि किसी नाविक ने किसी भी यात्री को बैठाया तो उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई होगी. यात्रियों की सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए. बैठक में मांझी समाज के प्रमोद मांझी आदि रहे.




