
वाराणसी - दुर्गा अष्टमी की शाम से शुरू हुई बारिश का सिलसिला जो देर रात तक चलता रहा, उससे पूजा पंडालों की डगर कठिन ही हो गई. गरज-चमक के साथ शहर में जोरदार बारिश की वजह से सड़कों पर दो फीट तक पानी भर गया. दुर्गा पूजा पंडालों के बाहर एक से डेढ़ फीट तक पानी भर गया. दर्शनार्थियों और पर्यटकों को दर्शन पूजन में काफी दिक्कतें हुईं. लोगों को कीचड़ से पंडालों तक पहुंचना पड़ा. सबसे खराब हाल शिवपुर मिनी स्टेडियम पर बने 100 फीट ऊंचे दुर्गा पंडाल के पास रहा. भव्य पंडाल के बाहर लोग बच-बचकर चलते रहे. बारिश और रास्ता खराब होने के चलते कई जगहों पर भीड़ कम रही.
कैंट, नदेसर, कचहरी, भोजूबीर, चेतगंज, हथुआ मार्केट, भारतीय शिक्षा मंदिर, मंडुआडीह के पंडालों के बाहर काफी कीचड़ हो गया. गरज और चमक के साथ बारिश का सिलसिला रुक-रुक कर बुधवार को भी चलता रहा.

मठ की जर्जर दीवार गिरने से वाहन क्षतिग्रस्त
बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर के बाहर तीन फीट पानी दिखा. मैदागिन, भेलूपुर, चांदपुर समेत कई इलाकों में बिजली गुल रही. उधर, बारिश की वजह से ईश्वरगंगी पोखरे के पास लोटादास मठ की 20 फीट ऊंची दीवार गिर गई. मलबे में 3 बाइक और स्कूसटी दब गईं. जैतपुरा थाना प्रभारी बृजेश मिश्र ने बताया कि जनहानि नहीं हुई है. नगर निगम को सूचना दे दी गई है.
तेज बारिश से कई जगह पंडालों में पानी भर गया. श्रद्धालुओं को फर्श पर फिसलन और बिजली की झालरों के गीले होने से परेशानी झेलनी पड़ी. उधर, कज्जाकपुरा, प्रह्लाद घाट, भदऊचुंगी, विशेश्वरगंज, दारानगर, औसानगंज में पंड़ाल में पानी भर गया.

मौसम के तेवर से मेला प्रभावित
जिले का पारा सामान्य से 1.6 डिग्री ज्यादा 35.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम पारा सामान्य से 1.3 डिग्री ज्यादा 25.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दोपहर बाद हवा में नमी 91 फीसदी से ज्यादा हो गई. इससे उमस काफी बढ़ गई, शाम तक बारिश होने से मौसम सुहाना हो गया. हवा 13 किमी प्रति घंटे की गति से बही. पूर्वी उत्तर प्रदेश में अक्टू बर के पहले सप्ताह में बारिश की उम्मीद बनी हुई है. इस दौरान पूर्वी यूपी में अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा रह सकता है. वाराणसी में सामान्य के 812.1 मिमी से 15 फीसदी ज्यादा 929.9 मिमी बारिश दर्ज की गई.




