Janmashtami आज, जानें मुहूर्त, सामग्री और पूजा विधि...

Janmashtami 2025: हर वर्ष भाद्रपद माह के कृष्णा पक्ष की अष्टमी तिथि को पूरे भक्तिभाव मन से भगवान श्री कृष्णा का जन्मोत्सव मनाया जाता है. धार्मिक मान्यता है कि भाद्रपद में कृष्णा पक्ष के रोहिणी नक्षत्र की मध्यरात्रि को भगवान का जन्म हुआ था. पंचांग के अनुसार आज जन्माष्टमी का उत्सव बड़ी ही धूम- धाम से मनाया जाएगा.
आइये ऐसे में जानते है श्री कृष्णा जन्माष्टमी की पूजा विधि, मुहूर्त और पूजा सामग्री के बारे में...
कृष्णा जन्माष्टमी 2025 पूजा मुहूर्त...
भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि का शुभारंभ: 15 अगस्त, रात 11:49 बजे से
भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि की समाप्ति: 16 अगस्त, रात 9:34 बजे पर
जन्मोत्सव मुहूर्त देर रात 12 बजकर 04 मिनट से 12 बजकर 47 मिनट तक
जन्माष्टमी व्रत पारण का समय...
जन्माष्टमी व्रत का पारण देर रात 12 बजकर 47 पर होगा. यह पारण समय उन लोगों के लिए है, जो श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के प्रसाद के साथ पारण करते हैं. जो लोग अगले दिन सूर्योदय पर करते हैं, उनके लिए पारण का समय 17 अगस्त को 05:51 ए एम पर है.
जन्माष्टमी पूजा सामग्री...
यदि आप चाहते हैं कि जन्माष्टमी की पूजा सुकून के साथ करें तो आपको पूजा से पहले सारी उसकी सामग्री इकट्ठा करके अपने पास रख लेना चाहिए. जन्माष्टमी की पूजा के लिए चौकी, उस पर बिछाने वाला पीला कपड़ा, कान्हा की मूर्ति अथवा उनका चित्र या फिर लड्डू गोपाल (Laddu Gopal) की मूर्ति, भगवान श्री कृष्ण का श्रृंगार करने के लिए वस्त्र,अक्षत्, रोली, हल्दी, पीले फूल, लाल चंदन, केसर, इत्र, दीपक, गाय का घी, दूध, दही, शहद, रुई की बाती, अगरबत्ती, धूप, गंगाजल, पंचामृत, तुलसी के पत्ते, शंख, छोटा कलश, मोरपंख आदि.




