
वाराणसी - भेलूपुर थाना क्षेत्र में रविवार की रात डीजे की तेज आवाज के कारण हृदय रोगी एक बुजुर्ग की तबीयत बिगड़ गई. जानकी नगर कॉलोनी, लेन नंबर–2 में श्री हनुमान मंदिर के पास बारात का डीजे इतनी तेज़ आवाज में बज रहा था कि उसकी कंपन लेन नंबर–3 तक महसूस की जा रही थी. तेज़ धमक के कारण बुजुर्ग नागरिक की दिल की धड़कन तेज हो गई, जिसके बाद उन्होंने सत्या फाउंडेशन से मदद की गुहार लगाई. शिकायत सत्या फाउंडेशन के हेल्पलाइन नंबर 9212735622 पर दर्ज की गई. फाउंडेशन के चेतन उपाध्याय ने तुरंत ही वाराणसी पुलिस कंट्रोल रूम (9454401645) एवं एसीपी भेलूपुर श्री गौरव कुमार (9454011638) को जानकारी दी. सूचना मिलते ही भेलूपुर थाने की पुलिस रात 9:35 बजे मौके पर पहुँची.

मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी
पुलिस टीम ने तेज़ ध्वनि प्रदूषण के वीडियो साक्ष्य भी एकत्र किए और तत्काल डीजे बंद कराया. साथ ही डीजे संचालक को सख्त चेतावनी दी कि यदि आगे से तेज़ आवाज में डीजे बजाया गया तो पर्यावरण संरक्षण अधिनियम–1986 के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा. गौरतलब है कि भारत सरकार के नियमों के अनुसार दिन के समय भी अधिकतम ध्वनि सीमा 70 से 75 डेसीबल तय है, जबकि रात्रि 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक किसी भी प्रकार के तेज ध्वनि उपकरण के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध है. पुलिस की त्वरित कार्रवाई से न केवल बुजुर्ग की स्थिति संभली, बल्कि स्थानीय निवासियों ने भी राहत की सांस ली. तेज ध्वनि न केवल हृदय रोगियों के लिए खतरनाक है बल्कि कान को भी नुकसान पहुंचता है.




