
वाराणसी: महर्षि वाल्मीिकि जयंती के आयोजन में भाग लेने वाराणसी पहुंचे यूपी के समाज कल्याण राज्य मंत्री असीम अरुण ने ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान को लेकर बडी बात कही है. उन्होंने इसे सियासी हथियार बताते हुए कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव पर इसका उल्टा असर देखने को मिलेगा. मंत्री ने विपक्षी दलों, खासकर समाजवादी पार्टी पर धर्म के आधार पर समाज को बांटने का आरोप लगाया. उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि अखिलेश यादव का यह प्रयास कभी सफल नहीं होगा. रही बात भाजपा की तो पार्टी बिहार चुनाव के लिए पूरी तरह कमर कस चुकी है.
धर्म के नाम पर शक्ति प्रदर्शन गलत
मंत्री अरुण ने कहा, “आई लव मोहम्मद बोलने में कोई परेशानी नहीं है, लेकिन इसे शक्ति प्रदर्शन के लिए जुलूसों के रूप में प्रस्तुत करना पूरी तरह गलत है. यह त्योहारों से ठीक पहले समाज में तनाव फैलाने का खेल है. उत्तर प्रदेश में इस अभियान के कारण नकारात्मक वोटिंग का दौर देखने को मिला, जो अब बिहार में भी दोहराया जाएगा.” उन्होंने जोर देकर कहा कि विपक्ष इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन जनता सब कुछ देख रही है.
सपा पर साधा निशाना
मंत्री ने सपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया, “समाजवादी पार्टी ने हमेशा दंगे करवाए हैं. यह उनका पुराना इतिहास है. अखिलेश यादव की साजिशें अब जनता के सामने आ रही हैं और बिहार चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. बिहार चुनाव को लेकर भाजपा की मजबूत रणनीति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, कि हमारी पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली है. एनडीए गठबंधन के तहत हम विकास, एकता और सद्भाव के मुद्दों पर जनता के बीच जाएंगे. विपक्ष की नकारात्मक राजनीति को जनता करारा जवाब देगी. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भाजपा किसी धार्मिक या सामुदायिक भावना को आहत करने का इरादा नहीं रखती, लेकिन समाज को बांटने वाली षडयंत्रों को बेनकाब करना जरूरी है.




