
वाराणसी – एक वायरल वीडियो को लेकर मचे घमासान के बीच स्टांप मंत्री रवींद्र जायसवाल और डा. नीलकंठ ने इस पर जवाब दिया. गुरुवार को लहुराबीर पर मोती चाय की दुकान पर एक साथ पहुंचे दोनों जनप्रतिनिधियों ने कहा कि कुछ लोगों ने साजिश के तहत वीडियो को संपादित कर छवि खराब करने की दृष्टि से इसे प्रसारित किया. इस दौरान वहां कार्यकर्ताओं की भीड़ लग गई थी.

बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गत सोमवार को काशी प्रवास के दौरान सरोजा पैलेज में आयोजित एक कार्यक्रम में सफाई कर्मियों का सम्मान किया. यह कार्यक्रम शहर दक्षिणी के विधायक व पूर्व मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी ने 75 दिवसीय वार्ड प्रवास के सफल आयोजन के संबंध में आयोजित किया था. कार्यक्रम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया. वीडियो में डा. नीलकंठ तिवारी अंगवस्त्रम् से स्टांप मंत्री रवींद्र जायसवाल का सम्मान कर रहे हैं. रवींद्र जायसवाल उसे वापस डा. नीलकंठ को पहना देते हैं. इसे इस तरह प्रचारित किया गया कि दोनों के बीच में तल्खी है. पार्टी में आपसी खींचतान के रूप में भी पेश किया गया.

शहर से बाहर होने के कारण रवींद्र जायसवाल ने इसका कोई जवाब नहीं दिया था. इस बीच रवींद्र जायसवाल और डा. नीलकंठ चाय की दुकान पर एक साथ पहुंचे. दोनों जनप्रतिनिधियों के पहुंचने से वहां कार्यकर्ताओं की भीड़ लग गई. दोनों जनप्रतिनिधियों ने अफवाहों पर जवाब दिया.

विधायक डा नीलकंठ तिवारी ने कहा कि जहां तक आपसी तल्खी का सवाल है तो जब मैं विधायक व मंत्री नहीं था तब से मंत्री रवींद्र जायसवाल का मुझे सहयोग मिलता रहा है. रवींद्र जायसवाल ने कहा कि विरोधियों के पास कोई मुद्दा नहीं है. इस कारण समय-समय पर इस तरह की तुच्छ राजनीति का प्रदर्शन करते रहते हैं. साथ में चाय पीने के बाद दोनों नेता बेनियाबाग में स्वदेशी मेला का उद्घाटन करने निकल गए.




