
वाराणसी: चंदौली से समाजवादी पार्टी के सांसद वीरेंद्र सिंह ने कहा कि गंगा में क्रूज़ का संचालन सामन्तवाद का प्रतीक है जबकि नाव आम आदमी और नागरिक का प्रतीक है. इस सरकार की सोच हमेशा से सामन्तवाद की रही है. सरकर इसीलिए नविकों पर तरह तरह के अत्याचार करती रहती है.

गरीबों को घरौनी से वंचित कर रही सरकार
सांसद ने गुरुवार को सर्किट हाउस में मीडिया से रूबरू थे. उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा पूरे देश में कराए जा रहे मतदाता पुनरीक्षण कार्य को लेकर मंडालायुक्त एस राजलिंगम को ज्ञापन सौंपा. कहा कि हमने बिहार में SIR अभियान में गरीबो का हक मारते देखा है. लोकतंत्र में मताधिकार का उपयोग सबके लिए ज़रूरी है. उन्होंने कहा कि हमने मंडलायुक्त से यह भी कहा है कि मतदाता पुनरीक्षण कार्य से पूर्व गरीबों को उनकी जमीन का मालिकाना हक दिया जाए. उन्होंने कहा कि लोग कई पीढियों से अपनी जमीन पर मकान बनाकर रह रहे हैं और उनसे सरकार जमीन का कागज मांग रही है. मांग की गई कि गरीब भूमिहीन एवं वंचित समाज को शीघ्र घरौनी प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जाए. उन्होंने आरोप लगाया कि गरीब, पिछड़े एवं अल्पसंख्यक वर्ग के गरीबों को घरौनी से वंचित कर उनकी नागरिकता संदिग्ध बनाने की साजिश रची जा रही है, ताकि उनके नाम मतदाता सूची और राशन कार्ड से हटाया जा सके.
सरकार को धर्म से मोहब्बत करने वालों से चिढ़
वीरेंद्र सिंह ने आई लव मोहम्मद और आई लव महादेव के मुद्दे पर कहा कि इसमें किसी को क्या दिक्क़त है? दोनों ही आराध्य देव हैं, जो जिस धर्म को मानता है वो उससे मोहब्बत करता है. लेकिन सरकार को इससे चिढ़ है. उन्होंने वायरल हो रहे “सर तन से जुदा करने” वाले वीडियो पर कहा कि यह पुराना वीडियो है.
जागरूक जनता पैसा लेगी पर वोट नहीं देगी
बिहार में वर्चुअल माध्यम से जुड़कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत महिलाओं के खाते में 10 हजार की राशि जारी किए जाने पर कहा है कि प्रधानमंत्री के पास और कुछ रह नहीं गया है. जनता जागरूक है, पैसा भी ले लेगी और वोट भी नहीं देगी. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे बयान पर कहा कि वह एक किसे करना चाहते हैं. क्या वह मानते हैं कि गरीब समाज, अनुसूचित जति और अनुसूचित जनजाति हिन्दू है. उन्होंने कहा कि जिसको एक करना है वह एक कर रहे हैं.





