
वाराणसी - प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बिहार विधानसभा चुनावी दौरे के बीच सात नवंबर की शाम बिहार में चुनावी कार्यक्रम के बाद वाराणसी आगमन होगा. बरेका में रात्रि विश्राम कर वह आठ नवम्बर की सुबह बनारस रेलवे स्टेशन से वाराणसी- खजुराहो वंदे भारत को हरी झंडी दिखाएंगे. इसके साथ ही तीन ट्रेनों को वर्चुअल रूप से हरी झंडी दिखाएंगे. भाजपा काशी क्षेत्र अध्यक्ष दिलीप पटेल ने बताया कि प्रधानमंत्री दो दिवसीय दौरे पर सात नवंबर को सायंकाल बाबतपुर स्थित लालबहादुर शास्त्री हवाईअड्डे आयेंगे. इस दौरान उनका भव्य स्वागत किया जाएगा. प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से सीधे बरेका गेस्ट हाउस पहुंचेंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री इसी दिन वरिष्ठ भाजपाजनों व प्रमुख लोगों के साथ बैठक करेंगे.

बनारस स्टेशन का निरीक्षण किया
बनारस स्टेशन पर पीएम के आगमन को लेकर जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार, पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल, डीआईजी शिवहरि मीणा, डीआरएम आशीष जैन, डीसीपी वरुणा प्रमोद कुमार सहित अन्य अधिकारियों ने निरीक्षण किया.
अधिकारियों ने स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया और प्लेटफार्म नंबर आठ से लेकर एक तक का गहन निरीक्षण किया. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था, यात्री सुविधाओं और अन्य आवश्यक तैयारियों का मूल्यांकन किया गया. इसके बाद, अधिकारियों ने बरेका गेस्ट हाउस का भी निरीक्षण किया, जहां पीएम के ठहरने की संभावनाओं पर चर्चा की गई. इस निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने सुनिश्चित किया कि सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया जाए और किसी भी प्रकार की असुविधा से बचा जाए. पीएम मोदी के आगमन के मद्देनजर स्टेशन पर भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी. अधिकारियों ने यात्री सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सभी आवश्यक कदम उठाने का निर्णय लिया.
प्रधानमंत्री के दौरे से पहले हो रही बैरिकेडिंग
पीएम के आगमन को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तैयारियां तेज कर दी है. बाबतपुर-वाराणसी मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने का कार्य शुरू हो गया है. प्रधानमंत्री के रूट पर किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या बाधा न उत्पन्न हो इसके लिए सड़क के दोनों किनारों पर बांस और बल्लियां संग बैरियर लगाई जा रही है.
सूत्रों के अनुसार, प्रशासनिक निर्देश पर मजदूरों की टीम ने काजीसराय बाजार से लेकर हरहुआ तक बांस बल्लियां लगाने का काम प्रारंभ कर दिया. मजदूर सड़क किनारे गड्ढे खोदते और बल्लियां खड़ी करते नजर आए. यह कार्य पूरी रात और सोमवार को भी जारी रहेगा ताकि प्रधानमंत्री के दौरे से पहले पूरी बैरिकेडिंग का काम पूरा हो सके. बांस बल्लियों की यह व्यवस्था सुरक्षा घेरा बनाने के साथ-साथ सड़क पर घूमने वाले आवारा पशुओं को रोकने के लिए की जा रही है. काफिले के दौरान ऐसी स्थिति न बने, इसलिए यह कदम उठाया गया है.




