
वाराणसी: कचहरी में दरोगा की पिटाई मामले में पुलिस की तफ्तीश तेज हो गई. इसके लिए तकनीक की मदद ली जा रही है. साफ्टवेयर के सहारे पुलिस ने और 35 चेहरों की पहचान की है. उनके नाम पते की तलाश की जा रही है. इनकी तस्वीरें भी जारी की गई हैं जिसे देखकर कोई भी एक बारगी पहचान सकता है. ये वही लोग हैं जो दरोगा की पिटाई करते नजर आ रहे हैं. वहीं दूसरी ओर अधिवक्ताओं का कहना है कि भीड में दरोगा को बचाने वालों को भी पुलिस आरोपित बना रही है.

डीसीपी बोले- होगी कड़ी कार्रवाई
पुलिस ने अब तक की जांच में जिन लोगों के चेहरों की पहचान की है, उनके नाम शुभम चौबे, सुधांशु मिश्रा, राजन पांडेय, शेखर यादव, ईशान, अजीत सिंह, सुमित सिंह, आलोक सौरभ, रजत उपाध्याय, प्रवीण, कुलदीप सिंह, रजनीश कुमार, रतन, राहुल सिंह, गनेश श्रीवास्तशव आदि शामिल हैं. डीसीपी प्रमोद कुमार ने बताया कि पुलिस को इसमे कोई भूमिका नहीं है.साफ्टवेयर से जो चेहरे पहचाने गए, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. पुलिस तथ्यों के सहारे सच्चाई तक पहुंचेगी.
सोशल मीडिया पर सुर्खियों में पुलिस अधिकारियों की बातें
कचहरी में दरोगा की पिटाई के बाद पुलिस अधिकारियों और वकीलों की नोकझोंक सोशल मीडिया पर खूब प्रसारित हो रही हैं. एडीसीपी नीतू कादयान और इंस्पेखक्ट र कैंट शिवाकांत मिश्रा के बयान सुर्खियों में हैं. इसमें वकीलों से आईपीएस महिला कहते सुनी जा रही कि किसकी गर्मी निकालोगे. कैंट इंस्पेंक्टार भी एक वीडियो में कहते सुने गए कि दम हो तो कचहरी के बाहर अकेले मिलो.





