चिराग के चहेते नेता रईस खान के घर पर छापेमारी, भारी पुलिस बल तैनात

Siwan News: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर राजनीति गर्मा उठी है. जी हां, सीवान में लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) नेता और चिराग पासवान के करीबी रईस खान के घर पर आज रविवार को पुलिस ने छापेमारी की है. इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया. भारी संख्या में पुलिस बल रईस खान के सिसवन थाना क्षेत्र में स्थित ग्यासपुर उनके गांव अचानक से धमक पड़ी और घर की तलाशी लेना शुरू कर दिया.

ये देख कुछ लोग खुद को बचाने के चलते खेत के रास्ते से फरार हो गए, जबकि पुलिस ने रईस खान सहित तीन लोगों को मौके से धर-दबोच लिया है. हालांकि गिरफ्तारी की पुष्टि स्थानीय पुलिस ने अभी तक नहीं की है. छापेमारी की ये कार्रवाई लोजपा के नेता सह पूर्व एमएलसी प्रत्याशी सह कुख्यात रईस खान के आवास पर जिला पुलिस की मदद से हुई है.
अवैध हथियार मामले में हुई छापेमारी कार्रवाई
बताया जा रहा है कि ये कार्रवाई अवैध हथियार मामले की सूचना मिलने पर हुई हैं. एसटीएफ ने अभी भी अपनी कार्रवाई को जारी रखा है. जहां सारण डीआइजी निलेश कुमार, एसपी मनोज कुमार तिवारी, एसटीएफ के डीएसपी समेत जिला के कई थानाध्यक्ष भी मौजूद रहे. मोर्चा संभालने के लिए घर के आगे भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. नेता रईस खान और उसके भाई अयूब खान ने कुछ माह पहले ही लोक जनशक्ति पार्टी (आर) का दामन थामा है. ऐसे में रईस खान द्वारा रघुनाथपुर विधानसभा सीट से दावेदारी करने की बात सामने आ रही है. इससे बड़ी बात तो ये है कि इससे पहले रईस खान कई बार सलाखों की हवा भी खा चुके है.

चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में ओसामा शहाब
दरअसल, सिवान ग्यासपुर निवासी खान ब्रदर्स के नाम से मशहूर रईस खान और अयूब खान लोजपा नेता चिराग पासवान के काफी करीबी माने जाते हैं. कुछ महीने पहले ही अयूब खान ने लोजपा में शामिल हुए थे, वहीं रघुनाथपुर विधानसभा सीट से रईस खान लोजपा से दावेदारी कर रहे हैं, जबकि आरजेडी से ओसामा शहाब चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी करने में लगे हुए हैं. वहीं पुलिस की छापेमारी कार्रवाई के बाद से स्थानीय लोग राजनीतिक निहितार्थों की बात कर रहे हैं.

छापेमारी कार्रवाई में जुटी पुलिस
बताया जा रहा है कि, एमएलसी चुनाव के दौरान रईस खान के साथ ताबड़तोड़ गोलीबारी की घटना घटी थी. इस गोलीबारी की घटना में ओसामा शहाब नामजद अभियुक्त करार हुए थे, इन दोनों गुटों के बीच विवाद काफी गहरा गया. जिसके चलते एक दूजे पर कई आरोप भी लगा चुके हैं. फिलहाल पुलिस अपनी छापेमारी कार्रवाई के साथ-साथ जांच-पड़ताल में जुटी हुई हैं.





