
वाराणसी - बीएचयू में रविवार देर रात उस वक्त हड़कंप मच गया जब डेंटल साइंस फैकल्टी के एक रेजिडेंट डॉक्टर की अज्ञात हमलावरों ने लाठी-डंडों से पिटाई कर दी. घटना रुइया मेडिकल हॉस्टल के पास रात करीब 10:45 बजे हुई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बाइक पर आए युवकों ने पहले डॉक्टरों से नाम और संस्थान पूछा. जैसे ही पता चला कि वे आईएमएस से है, तो हमलावरों ने आव न देखा ताव मारपीट शुरू कर दी.

चीफ प्राक्टर कार्यालय का घेराव
सूचना मिलते ही बडी संख्या में रेजिडेंट डॉक्टर मौके पर पहुंचे. बाद में कार्रवाई की मांग को लेकर चीफ प्रॉक्टर कार्यालय का घेराव किया. इस बीच सुरक्षा कर्मचारियों ने कार्यालय का गेट बंद कर दिया, जिससे डॉक्टर और आक्रोशित हो गए. फिलहाल कैंपस में तनाव का माहौल है और रेजिडेंट डॉक्टर अपनी सुरक्षा की गारंटी तक सेवाएं बहाल करने को तैयार नहीं हैं.
इमरजेंसी सेवा ठप करने की चेतावनी
रेजिडेंट डाक्टर्स वेलफेयर सोसाइटी ने कुलपति को पत्र सौंपकर चेतावनी दी है कि यदि सुरक्षा व्यवस्था में तत्काल सुधार नहीं किया गया तो सभी इमरजेंसी सेवाओं समेत पूरी मेडिकल सेवाएं ठप कर दी जाएगी. सोसाइटी का कहना है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद बायोमेट्रिक एंट्री सिस्टम नहीं लगाया गया और कैंपस में बाहरी लोगों का आना-जाना जारी है.
हाल के दिनों में गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी ओपीडी और सर सुंदरलाल अस्पताल में भी जूनियर डॉक्टरों के साथ अभद्रता और मारपीट की घटनाएं हो चुकी हैं. लंका थाना प्रभारी राजकुमार शर्मा ने बताया कि तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी. डिप्टी चीफ प्रॉक्टर डॉ. संतोष कुमार सिंह ने जांच के बाद सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है. फिलहाल कैंपस में तनाव का माहौल है और रेजिडेंट डॉक्टर अपनी सुरक्षा की गारंटी तक सेवाएं बहाल करने को तैयार नहीं हैं.




