वाराणसी : शैक्षणिक और औद्योगिक जगत में बुधवार को एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया. दी स्माल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (SIA) और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ (MGKVP) के बीच पांच वर्षीय रणनीतिक समझौता (MoU) हुआ है. इस सहयोग का मुख्य उद्देश्य उद्यमिता को बढ़ावा देना, कौशल विकास, नवाचार और रोजगार सृजन को प्रोत्साहित करना है.
छात्रों को मिलेगा सैद्धांतिक ज्ञान
यह एमओयू राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) और विद्यापीठ की संस्थागत विकास योजना के अनुरूप है. इसके तहत छात्रों को न सिर्फ सैद्धांतिक ज्ञान मिलेगा बल्कि उन्हें औद्योगिक अनुभव भी प्रदान किया जाएगा. खासकर ग्रामीण और वंचित पृष्ठभूमि से आने वाले विद्यार्थियों को इससे बड़ा लाभ मिलेगा.
क्षेत्रीय आर्थिक विकास में आएगी तेजी
इस मौके पर कुलपति प्रो. त्यागी ने कहा “यह साझेदारी युवाओं के लिए नए अवसर पैदा करेगी और क्षेत्रीय आर्थिक विकास में भी तेजी लाएगी." वहीं एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में यह पहल बनारस को स्टार्टअप और इनोवेशन हब के रूप में पहचान दिला सकती है.
एमओयू पर हस्ताक्षर के दौरान विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी, स्माल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश भाटिया, महामंत्री नीरज पारिख, कुलसचिव डा. सुनीता पांडेय, वित्त अधिकारी हरि शंकर मिश्रा, निदेशक (आउटरीच) प्रो. संजय और निदेशक (आइक्यूएसी) प्रो. नंदिनी सिंह मौजूद रहे.