
वाराणसी: जिला एवं सत्र न्यायालय की फास्ट ट्रैक कोर्ट ने बच्चा चोरी और मानव तस्करी के मामले में बड़ा फैसला सुनाया है. कोर्ट ने सभी पक्षों की सुनवाई के बाद 7 आरोपिताें को दोषी करार देते हुए उनके खिलाफ सजा तय करने के लिए 24 नवंबर की तिथि निर्धारित की है. वहीं, संदेह का लाभ देते हुए 8 आरोपितों को किसी भी आरोप में दोषी नहीं पाया गया.
16 आरोपितों के खिलाफ दायर हुई थी चार्जशीट
पूरे मामले में पुलिस ने कुल 16 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। इनमें से 10 आरोपितों को झारखंड, राजस्थान और वाराणसी से गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने उनकी निशानदेही पर तीन अगवा किए गए बच्चों को मुक्त कराया गया. गिरोह में मास्टरमाइंड सहित तीन महिलाएं भी शामिल थीं. पुलिस ने बच्चे को अगवा करने में इस्तेमाल कार भी बरामद कर सीज कर दी थी.

ऐसे सामने आया मामला
यह पूरा मामला 14 मई 2023 की रात उस समय सामने आया जब भेलूपुर क्षेत्र के रवींद्रपुरी स्थित रामचंद्र शुक्ल चौराहे पर माता-पिता के साथ सो रहे चार वर्षीय बच्चे को कार सवार बदमाश उठा ले गए. दो दिन तक बच्चे के माता-पिता स्वयं उसकी तलाश करते रहे, लेकिन सफलता नहीं मिली.
इसी दौरान दरोगा शिवम श्रीवास्तव को मामले की जानकारी मिली. उन्होंने सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो पता चला कि बच्चा कार सवारों ने ही उठाया है. फुटेज के आधार पर वाहन का नंबर मिला और पुलिस कार मालिक तक पहुंची. जांच में पता चला कि वाहन किराए पर दिया गया था और इस घटना में मालिक की कोई भूमिका नहीं थी.
ड्राइवर और साथी की पहचान
जांच में मंडुआडीह निवासी कार चालक संतोष गुप्ता और उसका साथी विनय मिश्रा गिरफ्तार किए गए. विनय ने ही मौके से बच्चा उठाया था. पूछताछ में पता चला कि गिरोह बच्चों को अगवा कर राज्य के बाहर बेच देता था.
राजस्थान–झारखंड गैंग का लिंक
पुलिस के अनुसार यह गिरोह बच्चों को राजस्थान, झारखंड और बिहार में दलालों के माध्यम से निसंतान दंपती या जरूरतमंद लोगों को 2 से 5 लाख रुपये में बेचते थे. इस रकम को गैंग के सदस्य आपस में बांट लेते थे.
झारखंड के हजारीबाग से यशोदा देवी को एक बच्चे के साथ गिरफ्तार किया गया. यह बच्चा विंध्याचल से अगवा किया गया था. पुलिस उसकी बहन की तलाश भी कर रही है। वहीं, राजस्थान के भीलवाड़ा से भंवरलाल को गिरफ्तार किया गया, जिस पर सात बच्चों को अगवा करने की जानकारी सामने आई. कोर्ट ने उपलब्ध गवाहों, साक्ष्यों और पुलिस चार्जशीट के आधार पर 7 आरोपियों को दोषी पाया, जबकि 24 नवंबर को सभी को सजा सुनाई जाएगी.




