
वाराणसी: यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की स्थानीय टीम ने वन्य जीवों की तस्करी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के चार तस्करों को गिरफ्तार किया. इन तस्करों के पास से 245 प्रतिबंधित तोते और 12 मोर (राष्ट्रीय पक्षी) बरामद किए गए. यह कार्रवाई राष्ट्रीय राजमार्ग पर रखौना चौराहे के पास की गई, जहां तस्कर एक वाहन में इन पक्षियों को लेकर जा रहे थे.
अंतरराज्यीय गिरोह से जुडे तार

गिरफ्तार किए गए तस्करों में मो. वसीम उर्फ अरमान, निवासी आसनसोल, पश्चिम बंगाल, मो. आयूब, निवासी मोहल्ला दुबराज, वर्धमान पश्चिम बंगाल, नितेश दिवाकर, निवासी कसेंदा, कौशाम्बी और अमन कुमार, निवासी गोविंदपुर, प्रयागराज शामिल हैं. इनके तार अंतरराज्यीय गिरोह से जुडे बताए गए. गिरफ्तारी की कार्रवाई शुक्रवार की रात लगभग 09:55 बजे की गई. एसटीएफ को लंबे समय से वन्य जीवों की तस्करी की सूचना मिल रही थी. इस संदर्भ में, एसटीएफ की विभिन्न टीमों को सूचना संकलन और कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था.
गिरफ्तारी के समय, एसटीएफ की वाराणसी यूनिट की टीम सूचना के आधार पर सुरागरसी कर रही थी. इस बीच उन्हें जानकारी मिली कि प्रयागराज और कौशाम्बी से चार संदिग्ध एक वाहन में प्रतिबंधित जीवों को लेकर वाराणसी की ओर आ रहे हैं. इस सूचना पर निरीक्षक प्रमोद कुमार वर्मा के नेतृत्व में एसटीएफ की टीम ने वन विभाग और वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो की टीम के साथ मिलकर कार्रवाई की.

प. बंबाल ले जाने की थी तैयारी
गिरफ्तार अभियुक्त वसीम उर्फ अरमान ने पूछताछ में बताया कि उसने नितेश दिवाकर की इनोवा गाड़ी 9,000 रुपये में किराए पर ली थी. उसने बताया कि मोर को कौशाम्बी निवासी पंकज से 500 रुपये में और तोते को 100 से 200 रुपये में खरीदा था. ये जीव आसनसोल, पश्चिम बंगाल ले जाए जा रहे थे, जहां छोटे व्यापारियों को तोता 400 से 500 रुपये और मोर 2500 से 3000 रुपये में बेचा जाता.
गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम और भारतीय वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. अग्रिम विधिक कार्रवाई वन विभाग द्वारा की जा रही है.




