वाराणसी: आदमपुर क्षेत्र से 13 वर्षीय किशोरी के अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन कराने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया कि मोहल्ले के ही एक दूसरे समुदाय के परिवार ने अपने परिजनों और साथियों के साथ मिलकर तीन माह पूर्व उनकी बेटी का अपहरण कर लिया और जब उन्होंने उसे वापस लेने की कोशिश की तो उन्हें लोगों ने घेरकर जान से मारने की धमकी दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कमिश्नर के हस्तक्षेप के बाद तीन नामजद और एक अज्ञात आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.
तीन माह पूर्व घर से उठाई गई थी बेटी
पीड़ित पिता ने आदमपुर थाने में दर्ज कराई तहरीर में बताया कि उनकी 13 वर्षीय बेटी को कोनिया निवासी निहाल अपने पिता शरीफ, भाई लालू और अन्य परिजनों की मदद से उनके घर से अपहरण कर ले गया था. इस दौरान उन्होंने कई बार बेटी की तलाश की, लेकिन सफलता नहीं मिली.
बेटी को वापस लेने पहुंचे पिता, मिली धमकी
पीड़ित पिता का कहना है कि हाल ही में जब वह आरोपित के घर पहुंचे तो निहाल और उसके परिजनों ने उन्हें रोक लिया. परिजनों ने कहा कि उनकी बेटी का धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम मजहब में शादी करा दी गई है, इसलिए अब उस पर उनका कोई अधिकार नहीं है. पिता ने जब विरोध जताया तो मौके पर करीब 200 लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई और उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई. दबंगों ने चेतावनी दी कि अगर बेटी को ले जाने की कोशिश की तो कत्ल कर दिया जाएगा.
पुलिस की मदद नहीं मिलने पर पहुंचे कमिश्नर के पास
पीड़ित पिता का आरोप है कि इस घटना की जानकारी देने के बाद भी कज्जाकपुरा चौकी और आदमपुर थाने की पुलिस ने कोई मदद नहीं की. मजबूर होकर उन्होंने पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से शिकायत की. इसके बाद पुलिस हरकत में आई और निहाल, उसके पिता शरीफ, भाई लालू तथा एक अज्ञात के खिलाफ अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया गया.
क्षेत्र में तनाव, बेटी की बरामदगी की मांग
इस घटना के बाद आदमपुर इलाके में तनाव का माहौल है. स्थानीय लोग भी इस मामले को लेकर चिंतित हैं. पीड़ित पिता ने अधिकारियों से बेटी को जल्द से जल्द बरामद करने की गुहार लगाई है. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच तेजी से की जा रही है और जल्द ही किशोरी को बरामद कर लिया जाएगा.