
वाराणसी: बंगाल की खाड़ी में उठे मोंथा तूफान से जिले के लोगों को उमस से राहत मिली है. मंगलवार को सूर्यास्त के बाद बारिश होती रही. अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच सिर्फ पांच डिग्री का ही फर्क रह गया. एक ओर सामान्य से दो डिग्री गिरावट के साथ अधिकतम तापमान 29.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 6 डिग्री ऊपर 24.6 डिग्री सेल्सियस तक आ गया. बुधवार को भी सुबह से ही बादलों का जमावड़ा बना रहा. दोपहर में बारिश ने शहर को तरबतर कर दिया.

बारिश ने शहरियों को गर्मी से राहत तो दी लेकिन दूसरी ओर रोहनिया और मोहनसराय के कई गांवों के खेतों में काटकर छोड़ी गईं धान की फसलें गीली हो गईं. बारिश के साथ ही 9 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा बही. पुरवा का असर कम हो चुका है. बनारस स्टेशन, शिवपुर, सिंधौरा, रामनगर, कैंट, लंका, अस्सी, मंडुआडीह, मैदागिन आदि सभी इलाकों में बारिश होती रही. सड़कों पर जलभराव और गलियों में कीचड़ हो गया. सुबह गंगा किनारे और गांवों में भयानक धुंध छाई रही. इस सीजन में पहली बार इतना कोहरा छाया रहा.


मौसम विज्ञानियों के अनुसार मोंथा चक्रवाती तूफान के चलते मौसम की स्थिति पलटी. 28 और 29 को हल्की वहीं 30 अक्तूबर को जिले में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है. मोंथा इसके बाद कमजोर पड़ जाएगा.




