
वाराणसी : कचहरी में बीते मंगलवार को अधिवक्ताओं ने बडागांव थाने के दरोगा और सिपाही की बेरहमी से पिटाई कर दी थी. घटना में दरोगा मिथिलेश प्रजापति और राणा प्रसाद गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इस बीच गुरुवार की सुबह घायल दरोगा मिथिलेश के स्वजन कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस कमिश्नर दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए. वे आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करने लगे. उनके भाई ने कहा कि हमें बताया जाए कि वर्दी कैसे सुरक्षित रहेगी. आए दिन पुलिसकर्मियों को कचहरी आना पड़ता है. आज मेरे भाई के साथ यह नृशंस घटना हुई है, कल किसी और के साथ हो गई तो, उसके सुरक्षा की गारंटी क्या है. साथ ही आरोपियों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई. मेरा भाई आधा घंटा तक फोन करता रहा लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई. ऐसे में कैसे कोई सुरक्षित नौकरी कर सकता है. वहीं पुलिस अधिकारियों ने दरोगा के परिजनों से वार्ता की और कार्रवाई चल रही होने की जानकारी दी.
कार्रवाई का आश्वासन, धरना समाप्त
पुलिस कमिश्ननर मोहित अग्रवाल ने कचहरी में हुई घटना को लेकर परिजनों को दो दिन के भीतर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया. इसके बाद घायल दरोगा के परिजनों ने धरना समाप्त कर दिया.

जांच के लिए 11 सदस्यीय कमेटी गठित
कचहरी में दरोगा की पिटाई मामले में 10 नामजद समेत 60 अज्ञात अधिवक्ताओं पर दर्ज मुकदमे से अधिवक्ताओं में विरोध देखा गया. न्यायिक कार्यों से विरत नाराज अधिवक्ताओं ने बुधवार को कचहरी परिसर में जुलूस निकालकर नारेबाजी और मुकदमे रद किए जाने की मांग की. उधर, पुलिस-अधिवक्ता गतिरोध खत्म करने को लेकर सेंट्रल बार एसोसिएशन के सभागार में हुई बैठक के दौरान सेंट्रल बार और बनारस बार के वर्तमान व पूर्व पदाधिकारियों की कुल 11 सदस्यीय कमेटी गठित की गई. यह कमेटी गुरुवार को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक करेगी. दरोगा पर हमले में दर्ज मुकदमे में विवेचना पूरी होने तक गिरफ्तारी न किए जाने, समिति की निगरानी में साक्ष्यों के परीक्षण, समिति को भरोसे में रखकर विवेचना पूरी करने समेत अन्य बिंदुओं पर बातचीत होगी.

कमेटी में सेंट्रल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मंगलेश दुबे, महामंत्री राजेश गुप्ता, बनारस बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सतीश तिवारी, महामंत्री शशांक श्रीवास्तव, सेंट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष रामजन्म सिंह, सुरेश श्रीवास्त, मोहन यादव, विवेक शंकर तिवारी, बनारस बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अवधेश सिंह, राजेश मिश्रा, पूर्व महामंत्री नित्यानंद राय शामिल हैं. सेंट्रल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मंगलेश दुबे ने कहा कि दरोगा पर हमले में दर्ज मुकदमे में नामजद एवं अज्ञात अधिवक्ताओं पर किसी तरह की उत्पीड़नात्मक कार्रवाई नहीं होनी चाहिए. इसके लिए यह कमेटी जिला जज जयप्रकाश तिवारी, पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल, डीएम सत्येंद्र कुमार से समय लेकर उनके साथ बैठक करेगी.

ट्रॉमा सेंटर से दरोगा डिस्चार्ज
अधिवक्ताओं की पिटाई से घायल दरोगा मिथिलेश प्रजापति को बीएचयू स्थित ट्रॉमा सेंटर से बुधवार की शाम 5 बजे के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया. चिकित्सकों ने दरोगा को बेडरेस्ट की सलाह दी है. सिर और पेट में चोट है. उधर, कचहरी में आंदोलित अधिवक्ताओं को देखते हुए आरआरएफ समेत भारी फोर्स तैनात रही. कचहरी के मुख्य द्वार से लेकर अन्य गेट के बाहर पुलिस कर्मियों की तैनाती रही. एहतियातन पुलिस अधिकारियों ने कचहरी परिसर में भी बार पदाधिकारियों से संवाद किया.





