
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में बुधवार की सुबह दिल दहलाने वाला हादसा सामने आया. चुनार रेलवे स्टेशन पर सुबह ट्रेन से उतरकर रेल लाइन पार करते समय कालका मेल की चपेट में आने से छह लोगों की मौत हो गई. हादसे में शव क्षत-विक्षत हो गया. मरने वालों में पांच महिलाएं शामिल हैं. सूचना के बाद मौके पर पहुंची जीआरपी और आरपीएफ की टीम ने शवों को रेलवे लाइन से हटवाकर किसी तरह से शिनाख्त कराई. बाद में जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे.
रेलवे स्टेशन चुनार पर सुबह सवा नौ बजे यात्री गोमो प्रयागराज एक्सप्रेस से उतरकर गलत दिशा से लाइन पार कर रहे थे. उसी समय प्लेटफॉर्म नंबर तीन से गुजर रहे कालका मेल की चपेट में आ गए. सभी यात्री कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने के लिए आ रहे थे.
हादसे के बाद शवों को रेलवे लाइन से हटाकर शिनाख्त कराई गई. इसमें सविता (28) पत्नी राजकुमार निवासी कमरिया थाना राजगढ़, साधना (16) पुत्री विजय शंकर बिंद, शिव कुमारी (12) पुत्री विजय शंकर, अप्पू देवी (20) पुत्री श्याम प्रसाद, सुशीला देवी (60) पत्नी स्व. मोतीलाल निवासी महुआरी थाना पड़री, कलावती देवी (50) पत्नी जनार्दन यादव निवासी बसवा थाना कर्मा सोनभद्र के शवों की शिनाख्त हुई है. अब तक छह लोगों के ट्रेन से कटकर मौत की बात सामने आई है. मौके पर एएसपी आपरेशन मनीष कुमार मिश्रा जांच पड़ताल करने के लिए पहुंच गए हैं.

मृतक आश्रितों को दो - दो लाख देने की घोषणा
चुनार स्टेशन पर ट्रेन से कटकर छह श्रद्धालुओं की मौत की घटना की जानकारी लेने बुधवार को दोपहर 12.30 बजे चुनार स्टेशन पर स्टांप पंजीयन राज्यमंत्री रवींद्र जायसवाल पहुंचे. इस दौरान उन्होंने घटनास्थल पर मौजूद डीएम पवन कुमार गंगवार व एसपी सोमेन बर्मा से घटना की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि इस घटना पर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री ने गहरी संवेदना व्यक्त की है.
इसके साथ ही प्रदेश सरकार की तरफ से मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की गई है. कहा कि घटना श्रद्धालुओं की अनभिज्ञता के चलते गलत दिशा में उतरने से हुई है.

सामने आया रेलवे का बयान
रेलवे की ओर से चुनार रेलवे स्टेशन (प्रयागराज मंडल, उत्तर मध्य रेलवे) पर दुखद घटना के बाद बयान जारी किया गया है. रेलवे ने बताया कि घटना के अनुसार, गाड़ी संख्या 13309 (चोपन–प्रयागराज पैसेंजर) आज प्रातः लगभग 09.15 बजे चुनार स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 4 पर आकर खड़ी हुई. इसके बाद कुछ यात्री जल्दबाजी में प्लेटफॉर्म की तरफ न उतरकर ट्रैक की तरफ उतर गए. यद्यपि स्टेशन पर फुट ओवर ब्रिज उपलब्ध है. उसी समय गाड़ी संख्या 12311 कालका मेल यानि नेताजी एक्सप्रेस, जो लाइन संख्या 3 (मेन लाइन) से होकर गुजर रही थी, कुछ यात्री उसकी चपेट में आ गए. बताया कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में कुल छह यात्रियों की मृत्यु हुई है. घटना की जानकारी मिलते ही रेल प्रशासन द्वारा तत्काल राहत एवं आवश्यक कार्रवाई की गई.
स्टेशन पर उपस्थित रेल अधिकारी, आरपीएफ, जीआरपी तथा सिविल प्रशासन ने मौके पर पहुँचकर स्थिति को नियंत्रित किया. मृतकों के परिजनों की पहचान करायी जा रही है तथा सभी शवों को पोस्टमार्टम हेतु मिर्जापुर भेजा गया है. रेल प्रशासन इस दुखद दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त करता है तथा मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता है. रेलवे प्रशासन की ओर से सभी यात्रियों से अपील की गई है कि वे सदैव प्लेटफॉर्म की ओर से ही उतरें और किसी भी परिस्थिति में रेलवे ट्रैक पार करने का प्रयास न करें, क्योंकि यह अत्यंत जोखिमपूर्ण एवं असुरक्षित है.




