वाराणसी: अपराधियों पर शिकंजा कसते हुए दशाश्वमेध थाने की पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस ने 25 हजार के इनामी समेत दो वांछित चेन स्नैचर को गिरफ्तार किया है. इनके पास से लूटी गई चेन बेचकर प्राप्त शेष 2,03,800 रुपए बरामद किए गए.
ऐसे दबोचे गए आरोपी
एसीपी अतुल अंजान त्रिपाठी के अनुसार, पुलिस आयुक्त वाराणसी के निर्देश पर अपराधियों की धरपकड़ के लिए आपरेशन चक्रव्यूह चलाया जा रहा है. इसी क्रम में मंगलवार की रात अभियान के दौरान दशाश्वमेध पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली. सूचना के आधार पर सर्विलांस व साइबर टीम की मदद से शिवदासपुर, मण्डुआडीह क्षेत्र में दबिश दी गई, जहां से दोनों बदमाशों को आशीष उर्फ गड्डी के घर से गिरफ्तार किया गया.
गिरफ्तार बदमाशों की पहचान
1. हरिओम राजभर उर्फ सत्यम (19 वर्ष) पुत्र बाबूलाल, निवासी शिवदासपुर थाना मण्डुआडीह, मूल निवासी कुंडौली, थाना मइल, जनपद देवरिया (25 हजार का इनामी).
2. आशीष कुमार उर्फ गड्डी (22 वर्ष) पुत्र अर्जुन प्रसाद, निवासी शिवदासपुर थाना मण्डुआडीह, वाराणसी.
पूछताछ में आरोपियों ने उगले राज, महंगे शौक
पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया कि 30 जुलाई 2025 को दोनों गोदौलिया घूमने गए थे. वहीं उन्हें अपने महंगे शौक पूरे करने के लिए चेन स्नैचिंग की साजिश रची. उसी दौरान एक वृद्ध दंपत्ति दिखे. महिला के गले में सोने की चेन देखकर दोनों ने मौका पाकर झपट्टा मारा और भाग निकले. इसके बाद दोनों ने चोरी की चेन को देवरिया के एक ज्वेलर्स के यहां 3 लाख रुपये में बेच दिया. रकम का आपस में बंटवारा कर उन्होंने अलग-अलग जगहों पर खर्च किया. सत्यम अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर सोनीपत और फिर जयपुर भाग गया था, जहां वह पुड़ी-सब्जी की दुकान चलाने लगा. दोनों ने परिवार से संपर्क करने के लिए इंस्टाग्राम का सहारा लिया था.
बरामदगी और बाकी रकम
आरोपियों ने बताया कि खर्च के बाद उनके पास 2,03,800 रुपए शेष बचे थे. इन्हीं पैसों का बंटवारा करने के लिए वे फिर वाराणसी में इकट्ठा हुए थे. लेकिन पुलिस ने उन्हें मौके पर धर दबोच लिया.
कानूनी कार्रवाई
गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों के खिलाफ थाना दशाश्वमेध में मु.अ.सं. 167/2025, धारा 304(2)/317(2) बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है. इस सफलता में थाना दशाश्वमेध पुलिस टीम की अहम भूमिका रही, जिसमें प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार शुक्ला, सुनील कुमार गुप्ता, अभिषेक कुमार त्रिपाठी, विजय कुमार चौधरी (चौकी प्रभारी देवनाथपुरा), कांस्टेबल भूपेंद्र कुमार, राजन सिंह, सर्विलांस सेल के कांस्टेबल अश्वनी सिंह, साइबर सेल के कांस्टेबल रोहित कुमार तिवारी तथा महिला कांस्टेबल कीर्ति सिंह शामिल रहे.