
वाराणसी - रिज़र्व पुलिस लाइन में शुक्रवार को पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने प्रशिक्षणाधीन महिला सिपाहियों के साथ संवाद कर उनके प्रशिक्षण की प्रगति, दक्षता और व्यवहारिक कौशल की विस्तृत समीक्षा की. उन्होंने कहा कि प्रशिक्षु महिला आरक्षी भविष्य की संवेदनशील, मजबूत और तकनीकी रूप से सक्षम पुलिसिंग का प्रतीक हैं. श्रेष्ठ प्रशिक्षण, अनुशासन और मानवीय दृष्टिकोण के साथ वे महिला सुरक्षा और जनविश्वास को नई दिशा प्रदान करेंगी.
पुलिस आयुक्त ने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि जनता पुलिस को आदर्श मानती है, इसलिए हर पुलिसकर्मी का आचरण ऐसा होना चाहिए जो भरोसा बढ़ाए.
आधुनिक पुलिसिंग में तकनीकी दक्षता जरूरी
विशेष रूप से कमजोर और वंचित वर्गों के प्रति संवेदनशीलता व सम्मान अनिवार्य है. उन्होंने तकनीकी दक्षता—कंप्यूटर ज्ञान, साइबर क्राइम की समझ, डिजिटल साक्ष्यों का विश्लेषण—को आधुनिक पुलिसिंग का आवश्यक हिस्सा बताया. प्रशिक्षण समीक्षा के दौरान हत्या, मानव वध, दुर्घटना से संबंधित प्रावधान, बीएनएस और बीएनएसएस की धाराओं, निरोधात्मक कार्यवाही, आत्मरक्षा, अपराध जांच, संचार कौशल, साइबर अपराध (डिजिटल अरेस्ट और निवेश धोखाधड़ी) जैसे विषयों पर प्रशिक्षुओं का मार्गदर्शन किया गया. प्रशिक्षुओं से उनके अनुभव, चुनौतियों और सुझाव भी सुने गए. भोजन, हॉस्टल व्यवस्था और प्रशिक्षण की गुणवत्ता के बारे में फीडबैक लिया गया.
क्षेत्र की सामाजिक संरचना को समझें
पुलिस आयुक्त ने निर्देश दिए कि प्रशिक्षुओं को वाराणसी के इतिहास, संस्कृति और प्रमुख पर्यटन स्थलों से भी परिचित कराया जाए, ताकि उन्हें अपने क्षेत्र की सामाजिक संरचना को समझने में मदद मिले. साथ ही फिटनेस, नेतृत्व क्षमता, टीमवर्क और आत्मसंयम को मजबूत करने पर बल दिया गया. कार्यक्रम में पुलिस उपायुक्त लाइन नीतू, अपर पुलिस उपायुक्त लाइन वैभव बांगर, सहायक पुलिस आयुक्त लाइन ईशान सोनी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.




