वाराणसी : कमिश्नररेट पुलिस को उस समय बड़ी सफलता मिली जब थाना बड़ागाँव और फूलपुर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर ₹25,000 के इनामी कुख्यात गौ-तस्कर गोविन्द सिंह को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया.
गोविन्द सिंह पर 9 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं और पुलिस उसकी तलाश लंबे समय से कर रही थी. मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने रामेश्वर के पास वरुणा पुल पर दबिश दी. इस दौरान आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली उसके पैर में लगी और वह घायल हो गया. पुलिस ने मौके से एक 315 बोर का तमंचा, एक जिंदा कारतूस और एक खोखा कारतूस बरामद किया. उसे उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है.
गौ-तस्करी नेटवर्क का खुलासा
पुलिस की पूछताछ में गोविन्द सिंह ने अंतर्राज्यीय गौ-तस्करी नेटवर्क की परतें खोलीं.
पहला स्तर – पूर्वी यूपी के जिलों से गायें चोरी या सस्ती कीमत पर खरीदना.
दूसरा स्तर – बिहार के पशु मेलों में इन्हें ऊंचे दाम पर बेचना.
तीसरा स्तर – ट्रांसपोर्टर द्वारा पशुओं को बंगाल तक पहुँचाना.
चौथा स्तर – रास्ते में गाड़ियों को पास कराने वाले लोग.
गोविन्द ने बताया कि गायें यूपी से ₹500–600 में खरीदी जाती हैं और बिहार पहुँचने पर इनकी कीमत ₹10,000 तक हो जाती है। बंगाल पहुँचने पर दाम और अधिक मिलते हैं.उसका भाई राजू सिंह भी गौ-तस्कर है और इस समय जेल में बंद है.
गोमती ज़ोन पुलिस ने साफ किया कि इस नेटवर्क को तोड़ने के लिए अभियान आगे भी जारी रहेगा और अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी होगी.
दूसरी कार्रवाई : कैंट पुलिस की आधी रात बदमाशों से मुठभेड़
बीती रात कैंट पुलिस की टीम ने पांडेयपुर चौराहा के पास चेकिंग के दौरान बाइक सवार दो संदिग्धों को रोकने की कोशिश की. संदिग्ध मेंटल हॉस्पिटल के पास गली में भागे, लेकिन बारिश के पानी में बाइक फिसल गई. इसके बाद दोनों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की जिसमें एक बदमाश को गोली लगने से घायल हो गया, जबकि दूसरा पकड़ा गया. घायल बदमाश की पहचान शाहिद अली उर्फ राजू अंसारी (निवासी कन्हाई सराय, लोहता) के रूप में हुई. उसका साथी अजय कुमार गुप्ता (निवासी सलारपुर, सारनाथ) भी गिरफ्तार हुआ. मौके से पुलिस ने तमंचा, कारतूस और चोरी की आशंका वाली बाइक बरामद की। दोनों बदमाश एक वारदात को अंजाम देने की तैयारी में थे.
घायल बदमाश अस्पताल में भर्ती
डीसीपी वरुणा प्रमोद कुमार और एसीपी कैंट नितिन तनेजा ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और फॉरेंसिक टीम से साक्ष्य जुटवाए. घायल बदमाश को दीनदयाल चिकित्सालय में भर्ती कराया गया.
पुलिस की रणनीति : अपराधियों पर कड़ा शिकंजा
वाराणसी पुलिस लगातार “ऑपरेशन चक्रव्यूह” के तहत अपराधियों पर नकेल कस रही है. गोविन्द सिंह जैसे अंतर्राज्यीय नेटवर्क के सरगना को पकड़कर गौ-तस्करी के धंधे को कमजोर किया गया. वहीं, कैंट क्षेत्र की मुठभेड़ ने सक्रिय बदमाशों की कमर तोड़ी.
अधिकारियों का कहना है कि अपराधियों के खिलाफ अभियान आगे भी और तेज किया जाएगा. कुल मिलाकर, वाराणसी पुलिस की इन दोनों कार्रवाइयों ने न सिर्फ बड़े अपराधियों को गिरफ़्तार किया बल्कि संगठित अपराध के नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हुए.