
वाराणसी: राजकीय क्विंस कॉलेज के एक छात्र ने अपने आविष्कार को नई उडान दी है. उसने ऐसा रोबोट तैयार किया है जो स्कूलों में आग लगने और गैस रिसाव होने की स्थिति में छात्रों का बचाव करेगा. यह रोबोट अनाधिकृत रूप से स्कूल में घुसने वाले लोगों पर भी लगाम लगाएगा और अभिभावकों को स्कूल से जुड़ी और शिक्षकों से जुड़ी जानकारियां उपलब्ध कराएगा. छात्र को इस रोबोट बनाने के लिए प्रदेश में प्रथम स्थान भी हासिल हुआ है.
कालेज की शिक्षिका श्वेता अग्रवाल ने बताया कि वाराणसी स्थित राजकीय क्वींस कॉलेज के छात्र गणेश मौर्य ने एक अनोखा रोबोट तैयार किया है. यह रोबोट स्कूल में आग लगने और गैस रिसाव होने की स्थिति में लोगों को आगाह करेगा. इसके साथ ही यह छोटी-मोटी आग पर काबू पाने में भी सक्षम है. इस रोबोट में एक सेंसर लगा है जिससे यह इस तरह की गतिविधियों को डिटेक्ट करेगा और उस पर काबू पाएगा. इसे बनाने वाले छात्र गणेश मौर्य ने अटल टिंकरिंग लैब के तहत हुई प्रदर्शनी में हिस्सा लिया था और 21 नवंबर को उसे प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है.

बनाने में एक माह का समय, 30 हजार लागत
रोबोट तैयार करने वाले छात्र गणेश मौर्या ने बताया कि इस मॉडल को बनाने में उसे करीब एक महीने का वक्त लगा और करीब ₹30 हजार की लागत आई. इस रोबोट के माध्यम से छात्रों की अटेंडेंस भी ली जा सकती है. इसके साथ ही छात्रों के अभिभावक इस रोबोट के माध्यम से शिक्षकों के बारे में जानकारी और छात्रों के बारे में जानकारियां भी हासिल कर सकते हैं. यह रोबोट कई सवालों के जवाब देने में भी सक्षम है. इसके साथ ही शिक्षकों की अनुपस्थिति में यह रोबोट बच्चों को गाइड भी कर सकता है.
प्राचार्य सुमित श्रीवास्तव ने बताया कि बच्चों के इस अविष्कार में स्कूल के शिक्षक और साथी छात्रों ने भी अपना योगदान दिया है. आर्थिक रूप से कमजोर होने के बाद भी छात्र ने हौसला नहीं खोया और अपने अविष्कार को एक नई उड़ान दी. फिलहाल विद्यालय प्रशासन और भी बच्चों को प्रेरित कर रहा है कि वह भी इस तरह के क्रियाकलाप में अपना योगदान दें.




